प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर दिया जवाब, देश की बिगड़ी साख को संभाला और ऊँचाई पर लें गये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमने दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को संभाला है और उसे फिर एक बार नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं, अभी भी कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं दुनिया में हमारी साख को दाग लग जाए, लेकिन दुनिया अब देश को जान चुकी, भारत के योगदान पर विश्व का भरोसा बढ़ता चला जा रहा है। लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है। आपने तय कर लिया है कि NDA और बीजेपी 2024 के चुनाव में फिर से जीतकर सरकार में आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एचएएल को लेकर भी बहुत बाते कहीं गई. विपक्ष का आरोप था कि एचएएल खत्म हो गया, डिफेंस इंड्रस्ट्री खत्म हो गई. उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि खेतों में वीडियो की तरह वहां भी वीडियो शूट कराया गया था. आज वही एचएएल देश की आनबान शान बनकर उभरा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मणिपुर हिंसा पर बात की. पीएम मोदी ने कहा, ''राज्य और केंद्र दोनों सरकारें यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आने वाले समय में मणिपुर में शांति बहाल हो जाएगी. मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा.'' प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा, 'मैं मणिपुर के लोगों, माता, भाइयों, बहनों से कहना चाहुंगा कि देश आपके साथ है. यह सदन आपके साथ है. हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे. मणिपुर विकास की राह पर आगे बढ़ेगा."।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के लोगों को एक रहस्य वरदान मिला हुआ है कि जिसका भी ये लोग बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा। ऐसा ही एक उदाहरण मैं आपके सामने खड़ा हूं, 20 साल हो गए क्या कुछ नहीं हुआ पर भला ही हो गया। तीन दिनों से सदन में क्या-क्या नहीं कहा गया, मेरे लिए अपशब्द बोले गए, इनका मनपसंद नारा है- मोदी तेरी कब्र खुदेगी, मैं गाली को भी टॉनिक बना लेता हूं। नरेंद्र मोदी ने कहा, "भगवान बहुत दयालू हैं। भगवान की मर्जी होती है तो वो किसी न किसी के माध्यम से अपनी इच्छा की पूर्ती करते हैं। मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि उन्होंने विपक्ष को सुझाया और वो प्रस्ताव (अविश्वास प्रस्ताव) लेकर आए।
उन्होंने कहा, "2018 में भी ये ईश्वर का ही आदेश था कि विपक्ष के मेरे साथी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। उस समय भी मैंने कहा था कि ये अविश्वास प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है। यह उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है, हुआ भी वही। जब मतदान की नौबत आई तो विपक्ष के पास जितने वोट थे उतने वोट भी वो जमा नहीं कर पाए थे। इतना ही नहीं चुनाव में जनता भी उनसे अविश्वास जता दिया।"
पीएम ने कहा, "एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है। मैं देख रहा हूं कि आपने तय कर लिया है कि NDA और BJP 2024 के चुनाव में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर भव्य विजय के साथ जनता के आशीर्वाद से वापस आए।
शुभ काम में विपक्षी व्यवहार काले टीके जैसा' है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोगों को अविश्वास है, जो सच्चाई दुनिया दूर से देख रही है, लेकिन ये लोग यहां रहकर भी इसे नहीं देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अविश्वास और घमंड इनकी रगों में बस गया है। ये जो शुतुरमुर्ग एप्रोच है, इसके लिए कोई कुछ नहीं कर सकता। पुरानी सोच वाले लोग कहते हैं कि जब कुछ शुभ होता है, आज देश की वाहवाही हो रही है, जय-जयकार हो रही है। मैं आपका धन्यवाद करता हूं कि काले टीके के रूप में काले कपड़े पहन के सदन में आकर आपने इस मंगल काम में काला टीका लगाया है।
'विपक्ष नो बॉल कर रहा, सरकार सेंचुरी लगा रही'
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मणिपुर पर आपने कैसी चर्चा की. इससे आपके दरबारी भी दुखी हैं. मोदी ने कहा कि फील्डिंग विपक्ष ने लगाई, चौके-छक्के यहीं से (सरकार की तरफ से) लगे. विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर नो बॉल-नो बॉल कर रहा है. जबकि सरकार की तरफ से सेंचुरी लगाई जा रही हैं. मैं विपक्ष से कहना चाहूंगा कि थोड़ी मेहनत करके आएं. आपसे 2018 में कहा था कि मेहनत करके आने लेकिन पांच साल में भी कुछ नहीं बदला।
'...जब आप 2028 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे'
पीएम मोदी ने कहा कि जब आप 2028 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे, तब भारत दुनिया की टॉप-3 अर्थव्यवस्था होगा. उन्होंने कहा कि हमारे विपक्ष के मित्रों की फितरत में ही अविश्वास भरा पड़ा है. इन लोगों की सोच अविश्वास से भरी हुई है. हमने जो भी काम किया, तो इन्होंने हर बार मखौल उड़ाया. हमने स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया की बात की, तो इन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के लोग तो अनपढ़ हैं, हमने मेक इन इंडिया की बात कही, तो इन्होंने इसका भी मजाक उड़ाया. कांग्रेस पार्टी और उनके दोस्तों का इतिहास रहा है कि उन्हें भारत के सामर्थ्य पर कभी भी भरोसा नहीं रहा है।
बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जो ये दृश्य प्रजातंत्र के मंदिर में देख रहे हैं. इस देश का सद्भाव, देश की विचारधारा निर्मित की जाती है. जिस मंदिर से 140 करोड़ जनता अपनी प्रेरणा लेती है, उस प्रजातंत्र के मंदिर में ये स्पष्ट हो गया है कि इन लोगों को न देश की चिंता है, न राष्ट्रपति पद की चिंता है. इन लोगों को अपने हैसियत की चिंता है. मुझे 20 साल हो गए हैं, संसद में. ऐसा दृश्य मैंने 2 दशक में नहीं देखा. उन्होंने कहा, देश की जनता से माफी मांगे. ये ना सदन में बात सुनने को तैयार हैं और न जनता की बात सुनने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि जो सदन में नहीं कर पा रहे हैं, वो यहां सदन में बैठकर कर रहे हैं. ये जो अविश्वास प्रस्ताव इनके द्वारा लाया गया, ये मणिपुर की बात नहीं है। निश्चित मणिपुर की आड़ में ये अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए आज यहां उपस्थित हुए हैं।
कांग्रेस के भाषण के बीच में हंगामा करने पर सिंधिया ने कहा कि पिछले दो दिन से मैं सुन रहा हूं। अगर इनका ये बर्ताव रहा तो इनकी बात भी इस प्रजातंत्र के मंदिर में हम सुनने नहीं देंगे, ये वो बादल हैं जो गरजना चाहते हैं लेकिन बरसते नहीं. ये वो बादल हैं जो चर्चा में रहना चाहते हैं लेकिन चर्चा सुनना नहीं चाहते। हमारे देश के प्रधानमंत्री ने सदन के बाहर मणिपुर पर संवेदनशीलता के साथ बयान दिया, लेकिन इनका हक है कि बयान सदन के अंदर दें। गृहमंत्री ने यहां बैठकर दिन-प्रतिदिन स्पष्ट किया कि जिस दिन जिस घंटे पर आप चर्चा चाहते हैं हम तैयार हैं, लेकिन 17 दिन इन्होंने सदन को चलने नहीं दिया।