फोटोग्राफ़ी से बनी पहचान, फोटो खींच कर अब लाते हैँ लोगों के चेहरे पर मुस्कान
*आईना बिता हुआ कल नही दिखाता हैं, फोटो आपकी सुनहरे यादों को सहेजता है : फोटोग्राफर आकाश सोनी*
विश्व फोटोग्राफी डे पर विशेष .......
जशपुर। कैमरा शब्द ऐसा शब्द है जिसे सुनते ही एक दुःखी इंसान के मुँह मुस्कान आ जाती हैं, कैमरा आपके सोच को एक रूप देता हैं, कैमरा आपको बीते हुए लम्हों में लेकर जाता हैं, कैमरा जिसे आप स्नेह से दिल पर और तस्वीर पर उतारने में आपकी मदद करता हैं......!!!
फोटोग्राफर आकाश सोनी ने कहा कि मै जशपर का रहने वाला हूं जशपर प्रकृति के गोद मे बसा हैं मेरी फोटोग्राफी की रुचि भी जशपर की प्रकृति को देख कर ज्यादा बढ़ी हैं
जब मैं फोटोग्राफी को अपनी पसंद के रूप स्वीकार किया मुझे ये एहसास हुआ कि मुझे फोटोग्राफी में मेरा झुकाव ज्यादा हैं तब ही मैंने ठान लिया मैं ये करूँगा...कभी भी अपने कला अपनी शौख को खत्म होने मत दीजिये ये भगवान का दिया हुआ बेहतरींन तोहफा हैं. कला से आप अपनी विश्व मे पहचान पा सकते हैं, फिर मैंने ठान लिया अब मैं यही करूँगा फिर मेरे सामने सबसे बड़ी दिकत ये आई कि मैं इसे सीखू कैसे, जब आप खुद को लाचार महसूस करते हैं तो आप किसी कार्य को करने में सामर्थ रखने बावजूद आप निष्फल होंगे....फिर मैंने सोचा फोटोग्राफी तो देखने का एक नज़रिया हैं रही बात कैमरे सेटिंग की तो मैंने यूट्यूब को अपना गुरु मान कर आगे बढ़ा फ़ोटो लिया खुद ही गलतियां ढूढ़ता ठंड की मौसम आती तो सुबह 5 बजे उठ कर चले जाता कोहरे की फ़ोटो लेने बारिश होती तो बारिश में निकल जाता सारे मौसम की तस्वीरों को जमा करता फिर उसे एडिट के माध्यम से जो रंग की कमी होती उसे भरता गया धीरे धीरे सेटिंग समझता गया और आज मेरी फोटोग्राफी मेरी पहचान हैं
उन्होंने कहा कि आज मैं इस फोटोग्राफी शौक से अपनी और अपने पूरे दोस्तों और परिजनों का शौक पूरा कर रहा हूँ ।मेरा
पहचान जशपर हैं यहाँ प्रकृति चारो और रंगोली हैं की तरह बिखरी हैं फिर मैंने जशपर को अपने नज़रो से देखना चालू किया और कैमरे के माध्यम से इसमे फ़ोटो के जरिये अपनी सोच को एक आकर देता गया,
जशपर होने वाले छोटे बड़े प्रोग्रामो में जाकर भीड़ में घुस कर एक अच्छी तस्वीर के प्रयास में प्रयास करता गया और अपने जशपर को रिप्रेजेंट करता गया शुरूवाती दौर में लोग मजाक बनायनेगे नापसंद करेंगे फिर जब आप डेडिकेटेड होकर जब एक काम को फोकस करते है तब आपकी लाइफ एक परफेक्ट कैप्चर फ़ोटो देती जिसे हम पहचान कहते हैं इसी लिए कोई भी कला हो उसमे अच्छी तरह से फ़ोकस करिये तभी आपको अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा.......मैंने फोटोग्राफी जब प्रारंभ की थी तो मेरे घरवाले कभी इसे मेरे भविष्य के रूप में नही देखेते थे।
लेकिन मैं फोटोग्राफी की लगन को कम होने नही दिया निस्वार्थ भाव से लगा रहा और आज मेरी पहचान मेरी फोटोग्राफी से ही हैं और आज मेरे पूरे परिवार को इस पर फर्क महसूस होता हैं, जशपर में फोटोग्राफी की चलन आज सातवे आसमान में हैं मैं लोगो से ये बात कहना चाहता हूं फोटोग्राफी मोबाइल से हो या कैमरे से लेकिन तसवीर लीजिये क्योंकि फ़ोटो लेना जरूरी इस लिए भी हैं क्योंकि आईना बिता हुआ कल नही दिखाती हैं...आज के पेरेंट्स बच्चों को वो बनता देखना चाहते है जो वो चाहते हैं लेकिन बच्चे को किस कार्य करने में मज़ा आता उस पर गौर नही करते है सभी पेरेंट्स से निवेदन हैं हर बच्चे में ईश्वर ने कला डाला हैं उसकी कला को आकार देने में सहयोग करे.....आज विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर में मैं आप लोगो से निवेदन करता हूं आपके घर मे कोई फोटोग्राफी करने का सौख रखता हैं तो उसे सहयोग करे मैं बता नही सकता उसकी खुशी का अंदाज़ा जब कोई बच्चा फोटोग्राफी का सौख लेकर जी रहा हो और उसके हाथ मे आप कैमरा देंगे तो मैं यकीन के साथ कहता हूं वो बच्चा अपनी पहचान के साथ पूरे घरवालो को पहचान दिलाएगा.....
इस पावन अवसर में साथ ही मेरे जशपर और मुझसे जुड़े हुए लोगो कुछ फोटोग्राफी से जुड़ी बातें सीखने या जानने की जरूरत महसूस को तो मुझसे पूछ सकते हैं....।।