दो समूहो के अधिकारी गांवों में विकास योजनाओं का कर रहे हैं अध्ययन, पहाड़ी कोरवा जनजाति के सामाजिक,संस्कृतिक और आर्थिक परंपरागत की ले रहे हैं जानकारियां

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दो समूहो के अधिकारी गांवों में विकास योजनाओं का कर रहे हैं अध्ययन, पहाड़ी कोरवा जनजाति के सामाजिक,संस्कृतिक और आर्थिक परंपरागत की ले रहे हैं जानकारियां

दो समूहो के अधिकारी गांवों में विकास योजनाओं का कर रहे हैं अध्ययन, पहाड़ी कोरवा जनजाति के सामाजिक,संस्कृतिक और आर्थिक परंपरागत की ले रहे हैं जानकारियां

प्रशिक्षु अधिकारियों ने आदिवासी,पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों के साथ मनाया रक्षा बंधन  का पर्व

पारंपरिक तरीके से गांवों में किया जा रहा है स्वागत, उत्साह का है माहौल



जशपुर। जशपुर जिला भ्रमण पर पहुंचे 14 प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी बगीचा विकासखंड के अलग-अलग ग्राम पंचायतों का दौरा कर कर रहें हैं।  घूम-घूम कर विकास योजनाओं का जायजा ले रहे हैं। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी आदिवासी, पहाड़ी कोरवा जनजाति बहुल गांव पहुंच कर आदिवासी एवं कोरवा जनजातियों की परंपरा और संस्कृति का अध्ययन कर रहे हैं।  इसके अलावा वे ग्रामीणों की दिनचर्या, रहन-सहन और खाना-पान की जानकारी भी ले रहे हैं। दो समूहों में प्रशिक्षु आईएएस गांवों में विकास योजना का अध्ययन कर रहे हैं। पहला समूह सन्ना के ग्राम छिछली अ सहित अन्य ग्रामों का दौरा कर रहे हैं। वही दूसरा दल बगीचा विकासखंड के पंडरा पाठ के अलग-अलग गांवों में जा कर वहां अध्ययन का कार्य कर रहे हैं। जिले भ्रमण पर आए प्रशिक्षु आईएएस जिले के अलग-अलग गांव में घूमकर विकास कार्यों से रु-ब-रु हो रहे हैं। साथ ही ग्रामीण और सुदूरवर्ती जंगल पहाड़ के इलाकों में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन की बारीकियां देख रहे हैं। किस तरह सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने में चुनौतियां आती हैं। गांव की सामाजिक सांस्कृतिक और आर्थिक परंपरागत ढांचा और विकास के नए आयाम कैसे जिला प्रशासन की ओर से संचालित किए जा रहे हैं, इसका अध्ययन दोनों समूह के द्वारा किया जा रहा है। जनजातीय बहुल इलाकों का सामाजिक आर्थिक और सांस्कृतिक विरासत तथा पंचायती राज के तहत लोकतंत्र की प्रथम पायदान की बारीकियों का भी अध्ययन किया जा रहा हैं। सभी गांवों में इन प्रशिक्षु अधिकारियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया जा रहा है। इन अधिकारियों के पहुंचे से आमलोगों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, साथ ही सभी प्रशिक्षु अधिकारी भी उत्साह पूर्वक कार्य कर रहे हैं। आज रक्षा बंधन का पर्व प्रशिक्षु अधिकारियों ने आदिवासी,पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों के बीच ही मनाया। प्रशिक्षु आईएएस आगामी दिनों में भी ग्रामीण परिवेश में रहकर ग्रामीणों के विकास यात्रा और सरकार की ओर से संचालित कल्याणकारी योजनाओं से रु-ब-रु होंगे।

गौरतलब है कि लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी के 98वें फाउंडेशन कोर्स के 14 प्रशिक्षु अधिकारी फील्ड अध्ययन और अनुसंधान कार्यक्रम के लिए जिले में ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के लिए आए हैं।  इस दौरान प्रशिक्षु अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों की विभिन्न गतिविधियों सहित शासकीय योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त करेंगे। प्रशिक्षु अधिकारी आगामी 02 सितम्बर तक ग्रामों का भ्रमण करेंगे।  7-7 अफसरों की दो टीम बनाई गई है जो ग्राम छिछली-अ सन्ना,  एवं पंडरापाठ, बगीचा में जाकर विभिन्न योजनाओं एवं उनके क्रियान्वयन के संबंध में अध्ययन भ्रमण कर रहे हैं।

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