एनएच 43 की सड़कों की खोदाई एवम निर्माणाधीन होने कारण से शहर के दोनो छोर में धूल का गुबार कर रहा लोगों को परेशान, यहां कोहरे जैसा दिखता है नजारा
नही होता है पानी छिड़काव, रहवासी परेशान
पत्थलगांव। 5- 6 वर्षों से लगातार बनने वाले एनएच 43 के निर्माणाधीन होने के कारण इनसे उड़ने वाले धूल ने पत्थलगांव शहर के बीटीआई चौक एवम पूरन तालाब से लेकर तहसील ऑफिस तक के स्थानो की सूरत बदल डाली। यहां का कोना-कोना धूल से सन गया है। यहां के निवासियों का पूरा घर, वाहन मटमैला सा नजर आता हैं। मकानों एवं दुकानों में धूल की परत जम जाती है। चारों ओर उड़ रही धूल से यहां के निवासियों में अस्थमा, एलर्जी से लेकर आंखों में परेशानी के मामले बढ़ने लगे हैं।
आलम यह है कि शहर के इन इलाकों के सड़कों में उड़ रही धूल की वजह से लोगों को यहां से गुजरने में भी डर लगने लगा है। अपने घरों को बचाने के लिए वहां के कई घरो को बाहर से भी ढका गया है। परन्तु इसके बावजूद धूल के परत इनके घर में रखे कई समानों में नजर आते है। सड़क निर्माण में लेट लतीफ होना आम लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। साथ ही सड़कों के बनने के कारण धूल का गुबार कारोबारियों को भी दिक्कत में डाल रहा है। उनका कारोबार भी चौपट हो गया है, जिसे लेकर लोगों में नाराजगी भी देखा जाता है। बताया जा रहा है कि निर्माण कम्पनी द्वारा सड़को पर पानी का छिड़काव भी नही कर रही जबकि नियम में सुबह शाम पानी छिड़काव भी किया जाना है।
हाल यह है कि धूल के गुबार के चलते यहां के रहवासी, व्यापारी के साथ साथ राहगीर ने मास्क लगाना शुरू कर दिया। धूल के चलते उनकी दुकानों पर ग्राहकों ने आना बंद कर दिया है। जिससे लोगों को परेशानी में डाल दिया।