नशे के विरूद्ध जशपुर पुलिस की बड़ी कार्यवाही, कार से मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करने वाले तस्कर को पत्थलगांव पुलिस ने किया गिरफ्तार
तस्कर के कब्जे से मादक पदार्थ गांजा 50 किलोग्राम कीमत 07 लाख 50 हजार रू. जप्त
दूसरी ओर सघन चेकिंग का दावा करने वाली जिला पुलिस की खुली पोल
पत्थलगांव। पत्थलगांव पुलिस ने नशे के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही करते हुवे एक कार से 50 kg गांजे के साथ एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। उक्त तस्कर के विरूद्ध अप.क्र. 314/23 धारा 20 (बी) एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर, न्यायालय पेश कर उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। वही इस कार्रवाई ने जिला पुलिस की अन्य राज्य की सीमा पर जांच पर भी सवालिया निशान लगा दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाना पत्थलगांव को 23 तारीख रात्रि लगभग 02 बजे मुखबीर से सूचना मिला कि पत्थलगांव थाना क्षेत्र के ग्राम चन्दागढ़ भैंसामुड़ा का रहने वाला भोजराज चौहान ओड़िसा की ओर से अपने बलेनो कार में गांजा की तस्करी कर बड़ा खेप पत्थलगांव की ओर ला रहा है, इस सूचना पर हमराह स्टाॅफ एवं गवाहों के लुड़ेग (लिखनपारा) स्थित पुलिया के पास नाकाबंदी कर आने-जाने वाले वाहनों एवं व्यक्तियों की चेकिंग की जा रही थी, चेकिंग के दौरान मुखबीर के बतायेनुसार रोड में मारूती बलेनो कार सी.जी. 14 एम.क्यू 4883 आया जिसके चालक को रोककर उसका नाम पूछ कर गांजा रखने के संबंध में पूछताछ कर वाहन की तलाशी लेने पर मादक पदार्थ गांजा 50 किलोग्राम कीमती 07 लाख 50 हजार रू. का मिलने पर जप्त कर तस्कर को अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ में युवक ने उक्त गांजा को ओड़िसा की ओर से लाना बताया। युवक का कृत्य धारा 20 (बी) एन.डी.पी.एस. का अपराध पाये जाने पर युवक भोजराज चौहान उम्र 29 साल निवासी चन्दागढ़ भैंसामुड़ा थाना पत्थलगांव को दिनांक 23.10.2023 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
दूसरी ओर सघन चेकिंग का दावा करने वाली जिला पुलिस की खुली पोल
एक ओर राज्य में आदर्श आचार संहिता लगा हुआ है जहाँ लगातार अन्य प्रदेशों या अन्य जिलों के रहवासियों के वाहनों की जांच एवम उसमे रखे सामानों की जांच की जा रही है। तो दूसरी ओर वाहनो की सघन जांच का दावा करने वाली जशपुर जिले की पुलिस अपने ही वादों पर खरा उतरता नही दिख रही है। अन्य राज्य आने वालों राहगीरों से इतनी जांच के बाद इतनी मात्रा में गांजा यहां तक पहुंचना भी इनके जांच कार्यों में लापरवाही का नतीजा कह सकते है। जो कि गांजा तस्कर सीमा सहित इतने थानों चौकियों को पार करते हुवे यहां तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की। ये स्वम् में सबसे बड़ा सवाल खड़ा करता हुआ दिख रहा है। सघन जांच के बाद भी इतने मात्रा में आखिर अन्य राज्य से गांजा बिना कहीं पकड़ाये यहां तक लाया कैसे जा सकता है....? ऐसा कौन सा चोर रास्ता है जहां पुलिस की नजर आजतक नही पड़ी है। यदि ऐसा है तो कितने तस्कर इन्ही रास्तों के जरिये अपना कारोबार फला फुला रहे होंगे।