2024 लोकसभा चुनाव आने के साथ आचार संहिता प्रभावशील होने के बावजूद आचार संहिता के उल्लंघन करने पर अधिकारियों को मिला नोटिस
2024 लोकसभा चुनाव आने के साथ साथ पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू है। इस दौरान ट्रांसफर, पोस्टिंग एवं नये कार्यों पर बैन लगा है। इसके बावजूद इसके छत्तीसगढ़ के कुछ कलेक्टरों ने अचार संहिता प्रभावशाली होने के बाद अपने जिलों में तहसीलदारों व नायब तहसीलदार को इधर-से-उधर कर दिया है। राज्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के संज्ञान में यह मामला सामने आया है। सीईओ रीना बाबा कंगाले ने इनमें से एक कलेक्टर को नोटिस भेज आचार संहिता में तहसीलदारों के ट्रांसफर पर जवाब मांगा है। दुर्ग संभाग के इस जिले के कलेक्टर ने कुछ तहसीलदारों को बदला है। हालांकि, अभी लिस्ट में नाम कई और हैं। हो सकता है, आजकल में उन्हें भी नोटिस जारी किया जा सकता है। बता दें कि आयोग में अफसरों की शिकायतें पहुंचनी शुरू हो चुकी है। बिलासपुर के असिस्टेंट डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन प्रशांत राय के खिलाफ शिकायत पर एडिशनल सीईओ नीलेश श्रीरसागर ने स्कूल शिक्षा सचिव से रिपार्ट मांगी है। उधर, सीईओ रीना बाबा लगातार बैठकें कर चुनावी तैयारियों का रिव्यू कर रही हैं।
तखतपुर pwd एसडीओ को मिला नोटिस
लोकसभा निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य कार्य से इन्कार करने पर पीडब्ल्यूडी एसडीओ तखतपुर प्रियंका मेहता को कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अवनीश शरण ने शोकाज नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने 24 घंटे के भीतर उन्हें जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। एसडीओ प्रियंका मेहता को लोकसभा चुनाव में व्यय अनुवीक्षण के लिए निर्धारित चेक पोस्ट पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। एसडीएम एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी तखतपुर ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि प्रियंका मेहता के द्वारा निर्देशों की अवहेलना करते हुए निर्धारित चेकपोस्ट पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित नहीं की गई थी। जिसके कारण नोटिस जारी किया गया है।