छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ के दौरान हुवे 29 नक्सली ढेर, सभी के शव बरामद, साढ़े 5 घंटे चली मुठभेड़ में 3 जवान घायल, अमित शाह ने सुरक्षा बलों को दी बधाई
फ़ाइल फोटोछत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले मंगलवार को सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली। कांकेर जिले के माड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया। सभी के शव बरामद हो गए हैं। इनमें नक्सली लीडर शंकर राव भी शामिल है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों का एनकाउंटर हो जाने पर देश के गृहमंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सुरक्षा बलों को बधाई देते हुवे लिखा कि मोदी सरकार देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त कराने को संकल्पित है। शाह ने लिखा कि सरकार की आक्रामक नीति और सुरक्षा बलों के प्रयासों के कारण आज नक्सलवाद सिमट कर एक छोटे से क्षेत्र में रह गया है। जल्द ही छत्तीसगढ़ और पूरा देश नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त होगा।
इससे पहले बीजापुर जिले के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में हुए मुठभेड़ में पुलिस ने 13 नक्सलियों को मार गिराया था। यही नहीं लगभग इतनी ही संख्या में नक्सली बुरी तरह से घायल भी हुए थे। गंगालूर थाना क्षेत्र के लेंड्रा में 2 अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 13 में से 11 नक्सली की पहचान हुई थी। इसमें पीएलजीएस कंपनी दो के सुखराम हेमला, हूंगा परसी, लक्खू कोरसा, डिवीसीएम सीतक्का (जितरू , डीवीसी की पत्नी), दुला कुहराम, सोनू अवलम, सुदरू हेमला, चैतु पोटाम, लच्छू कड़ती, लक्ष्मी ताती व कमली कुंजाम के रूप में हुई थी।
पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि मारे गए नक्सलियों में बड़े नक्सली नेताओं के भी शामिल होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद यह पहली बार है जब किसी मुठभेड़ में इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए है। घटनास्थल से 29 नक्सलियों का शव, एके-47 राइफल, एसएलआर राइफल, इंसास राइफल और .303 बंदूक समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के छोटेबेठिया पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में सुरक्षाबल के तीन जवान घायल हो गए। उन्होंने बताया कि छोटेबेठिया क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। दल जब क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें दो जवान घायल हो गए।
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बताया जा रहा है कि नक्सलियों का टॉप कमांडर भी मारा गया है। सुरक्षबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया टॉप नक्सली कमांडर शंकर साव पर पुलिस ने 25 लाख रुपये का इनाम रखा था। मुठभेड़ के दौरान एक बीएसएफ कर्मी के पैर में गोली लगी और निकाले जाने के बाद वह खतरे से बाहर है।
हाल ही में हुई थी उच्च स्तरीय बैठक
छह दिन पहले दो दिवसीय दौरे पर गृहसचिव अजय कुमार भल्ला और आईबी के डायरेक्टर तपन कुमार डेका पहुंचे थे। उन्होंने बैठक ली। बैठक में 10 राज्यों के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी भी ऑनलाइन शामिल हुए थे। साथ ही बैठक में शांतिपूर्ण लोकसभा चुनाव और नक्सल इलाकों में रणनीति को लेकर चर्चा की गई है। वहीं, इंटेलिजेंस ब्यूरो के इनपुट के आधार पर नक्सल मोर्चो में आगे कई खुफिया ऑपरेशन की रणनीति बनाई गई। साथ ही खुफिया सूचना पर कश्मीर की तरह टारगेट बेस ऑपरेशन लॉन्च करने पर बात की गई थी। कांकेर में मुठभेड़ का असर सीधे तौर पर दिख रहा है।
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा, बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया गया है। मैं सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई देना चाहता हूं। हम सभी सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। केंद्रीय एचएम अमित शाह हमें मार्गदर्शन दे रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जो भी जरूरी होगा वो किया जाएगा। कोई ढिलाई नहीं होगी। आने वाले समय में नक्सल मुक्त बस्तर के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। सरकार बातचीत के लिए तैयार है। बातचीत और चर्चा से समाधान निकलना चाहिए और बस्तर में शांति होनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के बारे में जानकारी देने पर मिलेगी सरकारी नौकरी और इनाम
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में पुलिस ने घोषणा की है कि जो लोग नक्सलियों की गिरफ्तारी या उनके मारे जाने में पुलिस की मदद करेंगे उन्हें आरक्षक के रूप में भर्ती किया जाएगा तथा पांच लाख रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा। मध्य प्रदेश की सीमा से लगे इस जिले के नक्सल प्रभावित गांवों में बांटे गए पर्चे में लिखा है, सूचना दो इनाम पाओ। किसी भी व्यक्ति के द्वारा नक्सलियों को पकड़वाया जाएगा या उसकी सूचना पर मुठभेड़ में यदि नक्सली मारा जाएगा तो उस व्यक्ति को कबीरधाम पुलिस की ओर से पांच लाख रुपए नकद इनाम एवं पुलिस की शासकीय नौकरी दी जाएगी तथा आत्मसमर्पण करवाने पर नकद इनाम दिया जाएगा। कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया, ‘हमने पिछले दो दिनों में माओवाद प्रभावित गांवों में अपने नए प्रस्ताव के पर्चे बांटे हैं और पोस्टर चिपकाए हैं। हमने जिले के नक्सल प्रभावित गांवों में मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं को व्हाट्सएप पर संदेश भी भेजा है। उन्होंने बताया, ‘माओवादी की गिरफ्तारी या मारे जाने में सहयोग पर सूचना देने पर ग्रामीणों को तत्काल पांच लाख रुपए दिए जाएंगे। यह राशि किसी भी नक्सली पर राज्य/केंद्र सरकार द्वारा घोषित इनाम से अतिरिक्त होगी।