किलकिलेश्वर धाम के स्वागत द्वार के पास लगा बोर्ड हुवा क्षतिग्रस्त, दे रहा हादसों को निमंत्रण, सम्बंधित विभाग को हादसे का है इंतजार
पत्थलगांव। इन दिनों ग्राम किलकिला के किलकिलेश्वर महादेव के स्वागत द्वार पर पार होना मतलब जान हथेली पर रखकर घूमना जैसा साबित हो रहा है। वहां के ग्रामीणों का कहना है कि यहां हर पल सिर पर मौत मंडराती रहती है। लेकिन मानों जवाबदेही विभाग को हादसे का इंतजार है।
बता दें कि उक्त मार्ग रामवनगमन पथ पर आता है, इसे लेकर कई कहानी भी बताई जाती है। इसके लिये सरकार द्वारा रूट मैप भी तैयार किया गया है। इसके बावजूद इसकी सुध लेने वाला कोई नही दिखाई दे रहा है। यह एक बड़े हादसे को दावत दे रहा है। बावजूद जिम्मेदार विभाग मौन साधे है मानो किसी अनहोनी का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहा है। क्षेत्रीय लोगों व राहगीरों में यह बोर्ड गिरने की आशंका बनी हुई है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि अगर जल्द ही इसे दुरुस्त नहीं किया गया तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है औऱ किसी की जान भी जा सकती है। अक्सर देखा जाता है कि जब कभी ऐसे किसी मामलों के बारे में जनता हंगामा करती है या कोई हादसा हो जाता है, इसके बाद ही प्रशासन की आंख खुलती है। उसके बाद आनन-फानन में सभी कार्रवाई पूरी की जाती है। समय रहते अगर ऐसी समस्याओं पर ध्यान दे दिया जाए तो स्थिति में सुधार हो सकता है।
गुणवत्ताहीन कार्य
इन दिनों सभी विभागों में भ्रष्टाचार हावी है, कोई भी विभाग इससे अछूता नही है, सभी कार्यों में भ्र्ष्टाचार जमकर हो रहै है। ठेकेदार अपना तिजोरी भरने के लिए जनता के पैसे का दुरुपयोग करते है और इसका खामियाजा जनता को ही भुगतान करना पड़ता है। यहां के स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस बोर्ड को लगे कुछ ही महीने बीता है और अभी से यह हाल बन गया है। उनका कहना है कि ठेकेदारों द्वारा भगवान के नाम पर होने वाले कार्यों पर तो गुणवत्ता पूर्ण कार्य करें। इसे लेकर सम्बंधित अधिकारियों को भी सामग्री की जांच करनी चाहिये, ताकि ऐसे कार्यों की सराहना की जा सके।