महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों की पात्रता फिर से जांचने की तैयारी में विष्णु सरकार

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महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों की पात्रता फिर से जांचने की तैयारी में विष्णु सरकार

महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों की पात्रता फिर से जांचने की तैयारी में विष्णु सरकार

गलत तरीके से योजना का लाभ लेने वाले अपात्र हितग्राहियों से होगी राशि की वसूली 

योजना को लेकर कांग्रेस हुई हमलावर

अधिकारियों को पारदर्शिता के दिए गए निर्देश, हितग्राहियों के आवेदन की प्रक्रिया होगी जल्द शुरू :- लक्ष्मी राजवाड़े



रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों की पात्रता फिर से जांचने की तैयारी की जा रही है। जांच में गलत तरीके से योजना का लाभ लेना पाए जाने पर अपात्र हितग्राहियों से राशि की वसूली भी होगी। शिकायत के बाद साय सरकार ने महतारी वंदन योजना में शामिल 70 लाख हितग्राहियों की जांच कर अपात्र लोगों की छंटनी करने का निर्णय लिया है। क्योकि इस योजना का लाभ अपात्र महिलाओं के द्वारा लिए जाने की बात सामने आई है।

वहीं महतारी वंदन योजाना को लेकर सियासत भी गर्म हो गई है। छत्तीसगढ़ में जिस योजना के बूते बीजेपी ने सरकार बनाई है,अब उस योजना को लेकर कांग्रेस हमलावर है। कांग्रेस का आरोप है कि महतारी वंदन योजना से हितग्राहियों के नाम काटे जा रहे हैं। जिन लोगों के खाते में पैसा आ रहा है,उनकी फिर से जांच की जा रही है। कांग्रेस का दावा है कि उनके पास ऐसे लोगों की जानकारी है,जिनके नाम आचार संहिता हटते ही कट चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि रिजल्ट के बाद अब नए ढंग से पात्र और अपात्र तय होंगे।

वही साय सरकार का कहना है कि इस योजना से महिलाएं न केवल भविष्य की जरूरतों के अनुरूप इसे बचा रही हैं अपितु परोक्ष रूप से राष्ट्र के सकल घरेलू बचत में भी अपना योगदान दे रही हैं। सकल घरेलू बचत का प्रतिशत जितना मजबूत होगा, अर्थव्यवस्था के बेहतर प्रवाह के दृष्टिकोण से भी यह अच्छा होगा। साय सरकार हर महीने प्रदेश की माताओं-बहनों के खाते में एक हजार रुपए के रूप में खुशियां भेज रही हैं और महिलाएं इनसे खुशियां खरीद रही हैं। छत्तीसगढ़ की मातृशक्ति को मजबूत करने, उनके जीवन में उत्साह भरने में यह योजना बहुत अहम साबित हो रही है।

अधिकतर कई मामलों में आवेदकों ने स्वयं के अलावा अपने पति या स्वजन का भी आधार कार्ड नंबर आवेदन में लगाया था। सत्यापन के दौरान यह पकड़ में नहीं आया। विभाग एक नाम वाले 20 हजार से अधिक आवेदनों की जांच कर रहा है। इनमें नाम, पता, जन्मतिथि समान हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार शासकीय सेवा में पदस्थ, सेवानिवृत्त या पेंशन का लाभ ले रहीं बहुत सी महिलाओं ने आवेदन किया और उनमें से कई महिलाएं योजना से लाभान्वित भी हो रही हैं। ऐसे भी कई मामले आए हैं, जिनमें एक ही आवेदक ने दो- दो आवेदन किए और दोनों ही स्वीकृत हो गए हैं। ऐसी महिलाओं के खाते में दो-दो बार राशि हस्तांरित हो रही है।

महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है कि कई अपात्र महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है। शिकायत के आधार पर अब सभी आवेदनों की जांच की जाएगी। अगर कोई अपात्र को इस योजना का लाभ मिल रहा है तो उसे हटाया जाएगा। साथ जिन पात्र लोगों ने अब तक फॉर्म नहीं भरा था, उनसे फिर से आवेदन लिया जाएगा। अधिकारियों को पारदर्शिता के निर्देश दिए गए हैं। हितग्राहियों के आवेदन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।

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