ट्रेन में फैली अफवाह और किसी ने किया चेन पुलिंग और फिर 12 लोगों की मौत..
अफवाह के कारण अपनी जान बचाने के चक्कर मे ट्रेन से कूदकर इधर उधर भागे लोग
महाराष्ट्र के जलगांव में एक अफवाह ने 12 लोगों की जान ले ली। उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह कुछ यूं फैली कि यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर जान बचाना ही बेहतर समझा। जान बचाने के चक्कर में कई लोगों की जान चली गई। यात्रियों ने ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी और बाहर भागने लगे, कुछ लोग ट्रेन से कूद गए, वहीं कुछ यात्री पटरी पर इधर-उधर भागने लगे,इतने में दूसरे ट्रैक पर आ रही तेज रफ्तार कर्नाटक एक्सप्रेस ने उन्हें बुरी तरह से रौंद दिया। इस हादसे की चपेट में आकर 12 लोगों की मौत हो गई, ये हादसा इतना भयावह था जिसकी कल्पना करने मात्र से रूह कांप जाए। पटरियों पर हर ओर शरीर के अंग कटे पड़े थे, जिसने भी ये मंजर देखा वह बुरी तरह से सहम गया। हर तरफ लाशें ही लाशें और हाहाकार मचा हुआ था।
अफवाह, चेन पुलिंग और फिर 13 लोगों की मौत..
अफवाह कैसे आग की तरह फैलती है, ये महाराष्ट्र के जलगांव में बुधवार शाम देखने को मिला। आग की अफवाह के बाद लोग ट्रेन रुकवाकर वहां से भागने लगे और दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए।
रेलवे के अधिकारियों ने यह जानकारी दी कि उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम एक ट्रेन में आग की अफवाह के बाद कुछ यात्री पास की पटरी पर उतर कर बैठ गये और उसी समय विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। इस हादसे में कम से कम 12 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 15 अन्य घायल हो गये।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दोनों रेलगाड़ियों के चालकों ने दिशानिर्देश (प्रोटोकॉल) का पालन किया और दुर्घटना को टालने की पूरी कोशिश की, मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस के चालक ने नियम के अनुसार ‘फ्लैशर लाइट' चालू कर दी थी, जब ट्रेन मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर माहेजी और परधाडे स्टेशनों के बीच रुकी, कर्नाटक एक्सप्रेस के चालक ने पुष्पक एक्सप्रेस के ‘फ्लैशर लाइट सिग्नल' को देखने के बाद ब्रेक लगाए।
उन्होंने प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हालांकि, पटरियों के घुमावदार होने के कारण ट्रेन (कर्नाटक एक्सप्रेस) की दृश्यता और इसके ब्रेक लगने की दूरी प्रभावित हुई.'' रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस खंड पर ट्रेन 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से चलती हैं।
वैष्णव ने अधिकारियों को दिए घायलों का इलाज करवाने के निर्देश
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर गहरा दुख जताया। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए रेल मंत्री ने अधिकारी से घटना की पूरी जानकारी ली और घायलों के इलाज में मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। रेल मंत्री के कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक मृतकों के परिजनों को 1.5-1.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये और मामूली रूप से घायलों को 5,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
प्रधानमंत्री बोले- शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना
जलगांव ट्रेन हादसे पर पीएम मोदी ने कहा, 'रेलवे ट्रैक पर हुए दुखद हादसे से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।' उन्होंने कहा, सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की और कहा कि अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।