30 जनवरी को आज शहीद दिवस, शासकीय/अर्धशासकीय कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में दो मिनट का मौन धारण कर करेंगे विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित
रायपुर। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की स्मृति में 30 जनवरी 2025 को सुबह 11 बजे सभी शासकीय/अर्धशासकीय कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में दो मिनट का मौन धारण कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। शहीद दिवस के आयोजन के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी कार्यालयों प्रमुखों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शहीद दिवस की महत्ता को प्रचारित करने के उद्देश्य से देश की आजादी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भूमिका तथा राष्ट्रीय एकता से संबंधित विषय पर कार्यक्रम आयोजित करने को कहा गया है।
भारत में शहीद दिवस सालभर में दो बार 30 जनवरी और 23 मार्च को मनाया जाता है। 30 जनवरी का दिन भारतीय इतिहास में काले अक्षर के रूप में दर्ज है। इस दिन हर साल महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है। 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिलने के कुछ वर्ष बाद 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने दिल्ली के बिड़ला भवन में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। गोडसे ने गांधी जी को तीन गोलियां मारी थी। महात्मा गांधी की हत्या के बाद पूरे देश में सनसनी फैल गई थी। इस दिन को ब्लैक डे के रूप में जाना जाता है।
वहीं 23 मार्च को देश के वीर क्रांतिकारियों भगत सिंह, सुखदेव, और राजगुरु को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी दी थी। इन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्रांण न्योछावर दर दिए। यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। युवाओं को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की देशभक्ति से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।