पत्थलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती मरीजों को परोसा जा रहा घटिया व बेकार खाना,
गुणवत्ता ठीक न होने से कई मरीज अस्पताल का खाना लेने से कर रहे परहेज
सम्बन्धित ठेकेदार को नोटिश देकर कारवाई किया जायेगा:- बीएमओ जेम्स मिंज
पत्थलगांव । स्वास्थ्य विभाग के अफसर या मंत्री लाख दावे करें, लेकिन यहां के अस्पतालों में इलाज और मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं बेपटरी हो चुकी हैं। ठीक ऐसे ही पत्थलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती मरीजों को घटिया खाना परोसा जा रहा है। खाने की गुणवत्ता ठीक न होने से कई मरीज अस्पताल का खाना लेने से परहेज कर रहे हैं। नियम यह है कि भर्ती मरीजों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता परखने के बाद ही उसे मरीजों को दिया जाएगा। इनकी लापरवाही से बिना जांच के ही मरीजों को खाना खिलाकर उनकी सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है।
यहाँ भर्ती मरीजो का कहना है की यहां ताजा खाना के बजाए बासी बदबूदार भोजन दिया जा रहा है। दोपहर में दिए जाने वाले भोजन में मरीज को गुणवत्तायुक्त पोषण देने का प्रावधान है लेकिन सिर्फ पतली दाल, चावल और एक सब्जी दी जा रही है, उनमे रोटी गायब हैं। जब हमने मरीजों से भोजन की सम्बंध में बात की तो मरीजो ने बताया की दोपहर को रोटी नहीं देते सब्जी बदबूदार रहती है दाल भी खट्टा दे रहे है। घटिया क्वालिटी के भोजन को लेकर बीएमओ तक को जानकारी है। उनके पास मरीजो ने मौखिक शिकायत की है। जबकि अन्य वार्ड जैसे सामान्य वार्ड या फिर प्रसूति वार्ड यहां भी मरीज अपनी व्यथा अधिकारियों को बता चुके हैं। लेकिन सुधार की संभावना नजर नहीं आती। अधिकारी अब नोटिश देकर कारवाई करने की बात कहते नजर आ रहे है। बीएमओ डा जेम्स मिंज ने बताया की खाने की गुणवत्ता ठीक न होने बात संज्ञान आई है। सम्बन्धित ठेकेदार को नोटिश देकर कारवाई किया जायेगा उन्होंने कहा की वे स्वय भोजन का निरिक्षण कर मरीजो को भोजन उपलब्ध करवाएंगे बहरहाल देखने वाली बात होगी कि क्या जिला प्रशासन खान सप्लायर ठेकेदार के ऊपर किस प्रकार कि कार्यवाही करती नज़र आती है।