आज कांग्रेस प्रदेशभर में ED की कार्रवाई के विरोध में भाजपा और ईडी का करेगी पुतला दहन
पूर्व सीएम बघेल ने कहा कि यह कार्रवाई विधानसभा में उनके सवाल पूछने का है परिणाम
सोमवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और AICC महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की, जो करीब 10 घंटे तक चली। सुबह 8 बजे चार गाड़ियों में पहुंची टीम ने जांच के दौरान उनके घर से 32-33 लाख रुपये जब्त किए हैं।
टीम के जाने के बाद भूपेश बघेल ने प्रेस वार्ता की, जिसमें उन्होंने कहा कि ईडी 32-33 लाख रुपये, कुछ दस्तावेज और मंतूराम केस की पेनड्राइव जब्त कर ले गई है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए मंगलवार को प्रदेशभर में भाजपा और ED का पुतला दहन करने की घोषणा कर दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि ईडी की टीम उनके घर से 33 लाख रुपये नगद (जिसमें स्त्री धन शामिल ) लेकर गई है। रकम का हिसाब वे बता देंगे। उनकी 150 एकड़ जमीन के दस्तावेज भी देखे गए हैं। एक पेन ड्राइव की भी जांच हुई।
बघेल ने कहा कि कार्रवाई विधानसभा में उनके सवाल पूछने का परिणाम है। इससे पहले पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने सवाल पूछा था कि तब उनके यहां भी छापा पड़ा था।
आपको बता दें कि ईडी ने सोमवार की सुबह सात बजे भूपेश बघेल के भिलाई-3 मानसरोवर कॉलोनी स्थिति निवास पर छापा मारा। यह कार्रवाई राज्य में 2100 करोड़ के कथित शराब घोटाले के मामले में की गई है। ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल के करीबियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है।
जांच एजेंसी ने बघेल के निवास व कैंप कार्यालय में एक साथ दबिश दी। इसके साथ ही दुर्ग लोकसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे राजेंद्र साहू, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, सहेली ज्वेलर्स संचालक सुनील जैन, होटल कैंबियन संचालक कमल अग्रवाल, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी संदीप सिंह, अभिषेक ठाकुर, बिल्डर अजय चौहान ,बिल्डर मनोज राजपूत, बिल्डर पप्पू बंसल, राइस मिलर विनोद अग्रवाल, सुनील अग्रवाल सहित अन्य के ठिकानों में भी छापेमारी की गई।
ईडी की छापामार कार्रवाई की भनक लगते ही स्थानीय कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री के निवास के बाहर जुटने लगे। ईडी की टीम के साथ पहुंचे सुरक्षा बल के जवानों के साथ कार्यकर्ताओं की कई बार तीखी बहस हुई। इसके बाद कार्यकर्ता बंगले के गेट के सामने ही धरने पर बैठ गए। नारेबाजी शुरू की दी गई। वहीं पर नगाड़ा बजाना शुरू कर दिया। पुलिस ने अतिरिक्त बल मंगाकर तनाव फैलने से रोका। कार्यकर्ताओं ने ईडी का पुतला भी फूंका। 11 घंटे तक चली जांच के बाद शाम छह बजे ईडी की टीम रवाना हुई। टीम अपने साथ दस्तावेजों का बंडल लेकर गई है।
सन्नी अग्रवाल समेत 25 और लोगों पर हुई एफआईआर
11 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल के निवास से टीम बाहर निकल गई। इस दौरान ईडी के डिप्टी डॉयरेक्टर लेवल के अधिकारी के गाड़ी पर भी हमला हुआ, हमले को लेकर ईडी ने कानूनी कार्यवाही की बात कह रही है। एजेंसी एफआईआर दर्ज करवाएगी। इस घटना के कुछ घंटे बाद रात 10 बजे ईडी के अधिकारी सुरक्षा कर्मी को लेकर पुरानी भिलाई थाने पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज कराई। इस पर कर्मकार मंडल के पूर्व अध्यक्ष सुशील उर्फ सन्नी अग्रवाल समेत 25 और लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा डालने, रास्ता रोकने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में FIR हुई है।
भुपेश बघेल ने अपने x पर लिखा है कि ED घर से चली गई है.
मेरे घर में उनको तीन चीजें मिली हैं:
1. मंतूराम और डॉ पुनीत गुप्ता (डॉ रमन सिंह जी के दामाद) के बीच करोड़ों के लेनदेन की बातचीत की पेनड्राइव
2. डॉ रमन सिंह जी के पुत्र अभिषेक सिंह की सेल कंपनी के कागज
3. पूरे संयुक्त परिवार में खेती, डेयरी, स्त्रीधन, “कैश इन हैंड” मिलाकर लगभग 33 लाख रुपए, जिनका हिसाब उनको दिया जाएगा
मुख्य बात यह है कि ED के अधिकारी कोई ECIR नंबर नहीं दे पाए हैं.