पत्थलगांव कमला राइस मिलर की गुंडागर्दी, लैलूंगा क्षेत्र व्यापारियों को बंधक बनाकर बेहरमी से मारपीट, 1 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग
दोनों पिता पुत्र को करीब 4 घंटे तक बंधक बनाकर रखा, पुलिस की मौजूदगी में दोनों को बंधक से छुड़ाया, fir दर्ज
जशपुर । जशपुर जिले के पत्थलगांव कमला राइस मिल में चावल बेचने आए पिता पुत्र व्यवसायी को राइस मिलर संचालक द्वारा जमकर बेहरमी से मारपीट कर घायल कर दिया । दोनों पिता पुत्र को करीब 4 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया. साथ ही 3 लाख रुपये देने के बाद पुलिस की मौजूदगी में दोनों को बंधक से छुड़ाया गया। चावल खरीदी को लेकर पत्थलगांव और लैलूंगा क्षेत्र के व्यवसायियों के बीच जोरदार विवाद हो गया है। दरअसल, रायगढ़ जिले के लैलूंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत झगरपुर निवासी मुकेश अग्रवाल की शिकायत पर पत्थलगांव पुलिस ने कमला राइस मिल संचालक परशुराम अग्रवाल, पुत्र आयुष अग्रवाल और उनके भतीजे श्रीराम कुलर वाला के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। शिकायतकर्ता मुकेश अग्रवाल का आरोप है कि वह अपने बेटे यश अग्रवाल के साथ दो पिकअप में धान व चावल लोड कर बिक्री के लिए कमला राइस मिल आए थे। सौदा तय नहीं होने पर जब वे लौटने लगे, तो परशुराम अग्रवाल, पुत्र आयुष और उनका भतीजा कार से पीछा करते हुए शिवपुर के पास उन्हें रोककर हमला कर दिया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए मिल और फिर घर ले जाकर मारपीट की गई और तीन लाख रुपये नगद किसी व्यापारी के द्वारा दिया गया। घटना से जानकारी मिलते ही लैलूंगा क्षेत्र के व्यापारियों ने पत्थलगांव पुलिस की मदद से पत्थलगांव के जशपुर रॉड स्थित परशुराम अग्रवाल के घर में दोनों व्यवसायी को बंधक से मुक्त कराया गया। पुलिस ने दोनों व्यवसायी को रिहा कर थाना लाई गयी। जहां पीड़ित के शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच थाना परिसर में भी तीखी बहस हुई। समाज के वरिष्ठजन इस मामले को सुलझाने की कोशिश में लगे रहे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। अंततः पुलिस को अपहरण समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पत्थलगांव एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ने बताया कि मारपीट के मामले में पीड़ित के शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। पीड़ित के अपहरण समेत बीएनएस की धारा 140(3), 296, 115(2), 351(3) के तहत अपराध दर्ज कर आगे की जांच जारी है। जांच में जो भी तथ्य सामने आयंगे कार्यवाही की जाएगी. बड़ा सवाल यह उठता है कि एक ओर जहां पीडीएस चावल की कटौती से लोग उपभोक्ता जूझ रहे है। वही दूसरी और पीडीएस की चावल को खरीब बिक्री की जा रही है। इस मामले में यह भी मामला सामने आया कि पीड़ित पक्ष के द्वारा पीडीएस चावल को गांव गांव से खरीदी की जाति है उसके बेचने के लिए श्री कमला राइस मिल में आए हुए थे । सूत्रों की माने तो कमला राइस मिल मेंपीडीएस चावल की खरीदी की जाती है । अगर खरीदी होती है तो इसपर कार्यवाही क्यों नही की जाती है, यह सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा.?