कथा के तीसरे दिन श्री राम जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया हजारों की संख्या में भक्तों ने श्री राम कथा का रसपान किया
भगवान की कथा ही भ्रम का अंत करती है भगवान निराकार हैं -पंडित राजन महाराज
पत्थलगांव। श्री राम कथा के तीसरे दिवस पंडित राजन महाराज द्वारा श्री राम जन्म उत्सव की कथा का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया पंडित राजन महाराज द्वारा बताया गया कि व्यक्ति को भगवान अपने अंदर ही खोजना चाहिए भगवान ब्रह्मांड में सर्वत्र विद्यमान है हम जैसा रूप में देखेंगे वैसे ही भगवान नजर आते हैं उन्होंने आगे श्री राम कथा कहते हुए बताया कि वाराणसी में रहने वाले लोग गंगा मैया डुबकी लगाने साल भर भी नहीं जा पाते वही विदेश से लोग पहुंचकर गंगा में डुबकी लगा जाते हैं वैसे ही आज पत्थलगांव की पावन धरा पर श्री राम कथा की डुबकी लगाने वाले सौभाग्यशाली हैं जिन्हें डुबकी लगाने का अवसर मिला है वही इस राम कथा की श्रवण कर सकते हैं ।"राम नाम के हीरे मोती 'मैं बिखराऊं गली गली ,ले लो रे कोई राम का प्याला शोर मचाओं गली गली "भजनों के द्वारा उपस्थित भक्तों का मन जीत लिया ।श्रोता राम नाम के गंगा में डुबकी लगाने से नहीं चुके ।आज पूरा श्री राम कथा स्थल राम नाम के जाप व राम जन्मोत्सव में डूबा रहा ।कार्यक्रम के आयोजक सुरेश अग्रवाल द्वारा श्री राम कथा के लिए मैरिज गार्डन में प्रसाद के साथ अन्य सभी तरह की व्यवस्थाएं बड़ी ही आकर्षक व व्यवस्थित ढंग से की गई है ।श्री राम कथा के आज के समापन के पश्चात सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया ।आज की कथा में किलकिलेश्वर धाम के बाबा कपिल मुनि, पत्थलगांव के विख्यात पंडित भक्ता महाराज सहित आसपास के क्षेत्र के अलावा बनारस ,दिल्ली ,बिहार, रायपुर ,कांसाबेल, सरगुजा ,सूरजपुर विश्रामपुर के अलावा अन्य क्षेत्रों से भी श्री राम कथा का रसपान करने के लिए भक्त पहुंचे हुए थे।