विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को भी विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के बीच तीखे तेवर देखने को मिले

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विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को भी विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के बीच तीखे तेवर देखने को मिले

विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को भी विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के बीच तीखे तेवर देखने को मिले, विपक्षियों ने किया वाकआउट

कॉंग्रेस के सदस्यों ने दावा किया कि पुलिस और खनन अधिकारियों के संरक्षण में कई स्थानों पर हो रहा अवैध रेत खनन

राज्य के बाहर से आए रेत माफिया बेख़ौफ़ कर रहे गैंगवार, गोलीबारी, चाकूबाजी और वाहनों से कुचलने जैसी वारदात



विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के बीच तीखे तेवर देखने को मिले। हंगामे की शुरुआत प्रश्नकाल से शुरू हो गई थी। छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कथित अवैध रेत खनन का मुद्दा उठाया और इस पर चर्चा की मांग की। शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए, विपक्ष के नेता चरण दास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने दावा किया कि पुलिस और खनन अधिकारियों के संरक्षण में कई स्थानों पर अवैध रेत खनन हो रहा है। उन्होंने स्थगन प्रस्ताव पेश करके इस पर चर्चा की मांग की। उन्होंने दावा किया कि राज्य में ऐसी कोई नदी नहीं है, जहां कई स्थानों पर रेत का अवैध उत्खनन न हो रहा हो। इससे थोड़ी देर शोर-शराबा भी हुआ। डिप्टी सीएम के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।

कांग्रेस सदस्यों ने आरोप लगाया कि पिछले 18 महीनों में स्थिति इतनी खराब हो गई है कि राज्य के बाहर से आए रेत माफिया गैंगवार, गोलीबारी, चाकूबाजी और वाहनों से कुचलने जैसी वारदात को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बलरामपुर जिले में, राज्य के बाहर से आए रेत माफियाओं ने एक पुलिस आरक्षक को कुचलकर मार डाला। एक अन्य घटना में, अवैध रेत खनन में शामिल लोगों ने वन विकास निगम के कई अधिकारियों की बुरी तरह पिटाई की, जबकि राजनांदगांव में एक घटना में, अवैध रेत माफियाओं ने ग्रामीणों पर गोलियां चलाईं।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने जल जीवन मिशन में 2022-23 से 2024-25 में हुए व्यय और लोगों को मिल रही सुविधा की जानकारी मांगी। बघेल ने कहा, 49 लाख लक्ष्य के विरुद्ध से 31.16 लाख घरों तक ही सुविधा मिली। कई जिलों में लक्ष्य से बहुत पीछे हैं, इसका कारण क्या है? इधर जल जीवन मिशन योजना फेल होने को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया।

भाजपा मंत्री अरुण साव ने कहा, आपने दो साल विलंब से योजना प्रारंभ की। प्रारंभ में 36 लाख नल कनेक्शन दिखाया गया, और जब हम कनेक्शन का सर्वे कराया तो सिर्फ 21 लाख घरों में पानी आ रहा था, जिलों की स्थिति पर बोले सभी जिलों में समान काम हो समान भुगतान हो संभव नहीं है, योजना 2024 में पूरी होनी थी, लेकिन आप योजना पूरी नहीं कर पाए।

इस पर बघेल ने कहा, 36 लाख नल कनेक्शन में 21 लाख में पानी पहुंच रहा है और दो साल में आपके समय में सिर्फ 10 लाख आपने कनेक्शन दिया है, सच में पानी पहुंच रहा है या नहीं यह भी आंकड़ेबाजी है। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूछा, 74 प्रतिशत कांग्रेस सरकार ने जबकि 7 प्रतिशत काम आपने किया तो क्यों आप वाहवाही ले रहे हैं। भूपेश बघेल ने पूछा सात महीने में कितने नल कनेक्शन आपने दिए? मंत्री ने कहा, 10 लाख परिवारों को नल से कनेक्शन दिया गया है।

सदन में तनातनी, विस अध्यक्ष ने संभाला मोर्चा

प्रश्नकाल में भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक के प्रश्न के दौरान सत्ता पक्ष से विधायक अजय चंद्राकर और विपक्ष से विधायक देवेन्द्र यादव के बीच तनातनी की स्थिति बन गई। मामला बिगड़ा देख विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को हस्तक्षेप करना पड़ा है। उन्होंने कड़े शब्दों में सभी सदस्यों को मर्यादित रहने की सलाह दी।

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