अपने ही पार्टी नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार के आरोप में फंसे भाजयुमो अध्यक्ष रवि भगत, मिला कारण बताओ नोटिस
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भाजयुमो अध्यक्ष रवि भगत का किया खुलकर समर्थन, सियासत तेज
छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत अपने ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार करने के आरोप में फंस गए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार वह पिछले दो महीने से राज्य के नेताओं के खिलाफ इंटरनेट मीडिया के जरिए आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे। इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पिछले दिनों भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत ने DMF पैसा जारी नहीं करने को लेकर सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट किया था। उन्होंने अपील की थी कि डीएमएफ की राशि गांव में ही खर्च करने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए, चूंकि सड़क, जल सहित अन्य कई विकास कार्य है, जो इस राशि से काफी हद तक पूरे हो सकते हैं।
यह नोटिस भाजपा प्रदेश महामंत्री जगदीश रामू रोहरा द्वारा जारी किया गया है। पार्टी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि रवि भगत के इंटरनेट मीडिया गतिविधियों से पार्टी और उसके वरिष्ठ नेताओं की छवि को नुकसान पहुंच रहा है, जो स्पष्ट रूप से अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। मीडिया पोस्ट से संगठन की सार्वजनिक छवि पर नकारात्मक असर पड़ा है। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इसे सार्वजनिक मंच पर पार्टी की नीतियों और कामकाज को चुनौती देने वाला कदम बताया है।
प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। पार्टी ने इसे “अनुशासनहीनता” करार देते हुए रवि भगत से 7 दिन में लिखित जवाब मांगा है। ऐसा न करने की स्थिति में उनके खिलाफ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन की कार्रवाई की जा सकती है। पत्र की प्रतिलिपि पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों सहित रायगढ़ जिला अध्यक्ष को भी भेजी गई है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भाजयुमो अध्यक्ष रवि भगत का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है। इसका भाजपा ने पलटवार किया है। पूर्व सीएम ने फेसबुक पर लिखा कि रवि भगत छत्तीसगढ़ भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
उनको भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा पार्टी से निष्कासित करने की धमकी सिर्फ इसलिए दी जा रही है क्योंकि वे "अडानी संचार विभाग" के एक प्रवक्ता जो कि मंत्री भी है, उससे लगातार सवाल पूछ रहे हैं।डीएमएफ और सीएसआर में जो भ्रष्टाचार चल रहा है, उसको ढकने की कोशिश की जा रही है। रवि भगत की विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन अपनी मेहनत से राजनीति में आगे बढ़े एक आदिवासी युवा को दबाकर, धमकाकर भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि कोई भी न अडानी के लोगों से न ही सवाल पूछेगा और न ही भ्रष्टाचार पर सवाल उठाएगा।
आदिवासी को वनवासी कहने वाली RSS और भाजपा का यही मूल चरित्र है. सबको समझना होगा। इस पर प्रदेश भाजपा सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने अपने बयान में पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा है, और कहा कि प्रदेश का मुखिया एक आदिवासी है जिसे अपमानित करने का कोई भी मौका आप नहीं छोड़ते हैं। अपने बेटे की गिरफ्तारी के विरोध में पूरी कांग्रेस को आपने झोंक दिया लेकिन जिस आदिवासी नेता कवासी लखमा को आगे करके आपने करोड़ों रुपए बनाये उसकी आप सुध भी नहीं ले रहे हैं।
अग्रवाल ने कहा कि भाजपा के अंदरूनी मामलों में झांकना बंद करके जरा वह समय याद करिए कि जब आपके तात्कालिक आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम जी ने विधानसभा में DMF फंड का मामला उठाया था तो आपने उन्हें अध्यक्ष पद से ही हटवा दिया था और आपके तत्कालीन राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने तो बाकायदा पत्र लिखकर कोरबा कलेक्टर रानू साहू द्वारा डीएफ फंड के दुरुपयोग का मामला उठाया गया तो आपने उस अधिकारी को सजा देने के बजाय प्रमोशन दिया था इस बारे में भी जरा जवाब दे दें।



