छत्तीसगढ़ भाजपा में बड़े संगठनात्मक बदलाव की संभावना, लंबे समय से रुकी नियुक्तियों का आदेश 10 अगस्त को संभावित

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छत्तीसगढ़ भाजपा में बड़े संगठनात्मक बदलाव की संभावना, लंबे समय से रुकी नियुक्तियों का आदेश 10 अगस्त को संभावित

छत्तीसगढ़ भाजपा में बड़े संगठनात्मक बदलाव की संभावना, लंबे समय से रुकी नियुक्तियों का आदेश 10 अगस्त को संभावित



रायपुर। छत्तीसगढ़ में जल्द ही बीजेपी संगठन का विस्तार हो जाएगा। लंबे समय से रुकी नियुक्तियों का आदेश 10 अगस्त को संभावित माना जा रहा है। जानकारी ये भी है कि नए आदेश में BJP कुछ पदों को कम कर सकती है। अभी प्रदेश संगठन महामंत्री के 4 पद है, इसमें एक पद कम किया जा सकता है। आने वाले दिनों में ये 3 हो जाएंगे।

छत्तीसगढ़ भाजपा में बड़े संगठनात्मक बदलाव की संभावना जताई जा रही है। कुछ दिनों पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव और संगठन महामंत्री पवन साय दिल्ली के लिए रवाना हुए। रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए सिंह देव ने बताया कि दिल्ली में भाजपा संगठन की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है, जिसमें वे शामिल होंगे। उन्होंने संकेत दिए कि जल्द ही छत्तीसगढ़ भाजपा संगठन का विस्तार किया जाएगा।

इसके अलावा नए महामंत्री, महिला अध्यक्ष, भाजयुमो अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष और प्रकोष्ठ अध्यक्ष के पद पर नई नियुक्तियां होगी। संगठन में पद मिले इसलिए प्रदेश के नेताओं से लेकर राष्ट्रीय नेताओं और आरएसस लॉबी तक एप्रोच लगाई गई है। जिसमें कुछ बड़े पद हैं, जिसके लिए बड़े नेता भी दावेदारी कर रहे हैं। वहीं, संगठन की कार्यकारिणी में जगह पाने के लिए कुछ पदाधिकारी दावेदारी ठोंक रहे हैं।

महामंत्री की रेस में इनका नाम सबसे आगे

प्रदेश भाजपा संगठन में दो नए नेताओं को प्रदेश महामंत्री बनाए जाने की तैयारी है। मौजूदा महामंत्री संजय श्रीवास्तव को नान का अध्यक्ष और जगदीश रामू रोहरा को धमतरी नगर निगम का महापौर बनाए गए है। जिससे अब ये पद खाली है।

इन पदों पर अब नए चेहरे नियुक्त होंगे। महामंत्री की रेस में पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक नवीन मार्कंडेय, पूर्व विधायक रजनीश सिंह और अखिलेश सोनी नाम चल रहा है। वहीं गुलशन ऋषि और अमरजीत दुआ को प्रदेश कार्य समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया जा सकता है।

BJP में नई नियुक्ति को लेकर संगठन ने पहले ही विचार कर लिया है। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश कुछ दिन पहले प्रवास पर छत्तीसगढ़ आए थे। तब इस मुद्दे पर सीनियर नेताओं से चर्चा हो चुकी है। वहीं छत्तीसगढ़ से दिल्ली प्रवास पर गए अध्यक्ष किरण सिंहदेव से राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी इस संबंध में निर्देश मिले है।

संगठन 6 प्रदेश उपाध्यक्षों को नियुक्त करेंगे। इसमें दो महिला और 4 पुरुष पदाधिकारियों को नियुक्ति मिलेगी। प्रदेश उपाध्यक्ष के कुछ ही चेहरों में परिवर्तन होगा। उपाध्यक्ष के अलावा मीडिया प्रभारी का भी चेहरा बदलेगा। मीडिया प्रभारी बनने की रेस में हेमंत पाणिग्रही और अनुराग अग्रवाल का नाम सबसे आगे चल रहा है।

प्रदेश प्रवक्ताओं की भी बदलेगी टीम

छत्तीसगढ़ बीजेपी पार्टी के मुद्दों को मीडिया में अपना पक्ष मजबूती से रखने के लिए प्रवक्ताओं की टीम भी बदलेगी। बताया जा रहा है इस बार प्रवक्ताओं की संख्या कम होगी और पार्टी की बाते स्पष्ट रूप से रखने में माहिर होंगे, उन्हीं को जिम्मेदारी दी जाएगी। वर्तमान में बीजेपी प्रवक्ता के रूप में 10 प्रवक्ता है, उनकी संख्या को कम किया जाएगा।

भाजपा 7 मोर्चा, 30 प्रकोष्ठों के बनाए जाएंगे अध्यक्ष

भाजपा अध्यक्ष 7 मोर्चों और 30 प्रकोष्ठों में भी मंडल व जिला स्तर पर नए अध्यक्षों की नियुक्ति बाकी है, क्योंकि मौजूदा पदाधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इन इकाइयों में भी बदलाव की मांग उठ रही है और कार्यकर्ता नई नियुक्तियों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

महिला मोर्चा अध्यक्ष का भी चेहरा बदलेगा

भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी भी चर्चा में है। मौजूदा अध्यक्ष शालिनी राजपूत को सरकार द्वारा हस्तशिल्प विकास बोर्ड का प्रमुख नियुक्त किया गया है।

ऐसे में अब इस पद पर किसी सक्रिय और प्रभावशाली महिला नेता को जिम्मेदारी सौंपे जाने की संभावनाएं बन रही हैं। भाजपा नेत्रियां भी इस पद को लेकर अपनी दावेदारी मजबूत कर रही हैं।

भाजयुमो अध्यक्ष का चेहरा भी बदलेगा

भाजयुमो अध्यक्ष रवि भगत का हटना तय है। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत की सदस्यता पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। रवि भगत द्वारा सोशल मीडिया पर डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) फंड को लेकर सरकार से सार्वजनिक अपील करने के मामले में पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा था। उनकी बयानबाजी इसका कारण बताई जा रही है। भाजयुमो अध्यक्ष बनने की रेस में जातिगत समीकरण की चर्चा है। ओबीसी या जनरल समुदाय से आने वाले युवा और तेज नेता को ये जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

गौरतलब है कि रवि भगत ने एक वीडियो में सरकार से अपील की थी कि डीएमएफ फंड गांवों में सड़क, पानी और अन्य विकास कार्यों पर खर्च किया जाए। पार्टी इसे संगठन अनुशासन के विरुद्ध मान रही है।

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