जशपुर जम्बुरी में लोक संस्कृति और प्रकृति का संगम : देशदेखा में पर्यटक झूमे लोक कलाकारों के साथ, चांदनी रात में किया स्टार ग्रेजिंग का आनंद
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आयोजित जशपुर जम्बुरी 2025 का पहला दिन लोक संस्कृति, आतिथ्य और प्राकृतिक सौंदर्य के रंगों से सराबोर रहा। देशदेखा पहुंचे देशभर के पर्यटक न केवल जशपुर की मनमोहक वादियों में खो गए, बल्कि लोक कलाकारों के साथ पारंपरिक नृत्य और संगीत की थाप पर झूम उठे।
पहले दिन जम्बुरी में 120 पर्यटकों का पंजीयन किया गया। उनका स्वागत जशपुर की परंपरागत शैली में किया गया और स्थानीय शुद्ध दोना-पत्तल में पारंपरिक व्यंजन परोसे गए। अतिथियों ने स्थानीय भोजन के स्वाद और जशपुरवासियों के आत्मीय सत्कार की प्रशंसा की।
सांझ ढलते ही चांदनी रात में देशदेखा का आसमान सितारों से जगमगा उठा। पर्यटकों ने खुले आसमान के नीचे स्टार ग्रेजिंग सेशन का आनंद लिया, जो जिला प्रशासन द्वारा विशेष रूप से आयोजित किया गया था। तारों के बीच बैठकर लोक कलाकारों की प्रस्तुति ने वातावरण को और भी मनमोहक बना दिया।
लोक संस्कृति की जीवंत झलकियों के बीच पर्यटकों ने नृत्य, संगीत और पारंपरिक वेशभूषा के माध्यम से जशपुर की समृद्ध विरासत को करीब से महसूस किया। इस अनुभव ने न केवल उन्हें रोमांचित किया बल्कि राज्य के इको-टूरिज्म और सांस्कृतिक पर्यटन को भी नई ऊँचाई दी।
छत्तीसगढ़ के पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभरते जशपुर जिले में आयोजित जशपुर जम्बुरी 2025 के दौरान रोमांच और प्रकृति प्रेमियों के लिए अद्भुत अनुभव देखने को मिला। जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल देशदेखा में लगभग 120 पर्यटकों ने रॉक क्लाइंबिंग जैसे साहसिक खेल का रोमांचक आनंद लिया।
यह गतिविधि पूरी तरह सुरक्षा मानकों के अनुरूप और प्रशिक्षित विशेषज्ञों की निगरानी में कराई गई। प्रतिभागियों ने ऊँची प्राकृतिक चट्टानों पर चढ़ाई करते हुए न केवल अपने साहस की परीक्षा दी, बल्कि प्रकृति की गोद में सुकून और उत्साह से भरे पल भी बिताए।
रॉक क्लाइंबिंग एक साहसिक पर्वतारोहण खेल है, जिसमें प्रतिभागी प्राकृतिक चट्टानों या कृत्रिम दीवारों पर चढ़ाई करते हैं। इस खेल का उद्देश्य शारीरिक क्षमता, संतुलन और मानसिक दृढ़ता की परीक्षा लेना होता है।
जशपुर जम्बुरी में पर्यटकों के लिए गांव केरे में 8 होम स्टे की सुविधा, स्थानीय संस्कृति और आतिथ्य का अनोखा अनुभव
जशपुर जिले में चल रहे जशपुर जम्बुरी आयोजन के दौरान पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति, परंपरा और आतिथ्य का सजीव अनुभव देने के लिए जिला प्रशासन की ओर से ग्राम केरे में 8 आधुनिक होम स्टे की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इन होम स्टे में पर्यटक न केवल ठहरने का आनंद ले रहे हैं, बल्कि जशपुर की पारंपरिक जीवनशैली, खानपान और लोकसंस्कृति को भी करीब से महसूस कर रहे हैं।
भिलाई से आए वरिष्ठ नागरिकों का एक परिवार भी इन होम स्टे में ठहरा हुआ है। उन्होंने बताया कि यहां का वातावरण अत्यंत शांत और आत्मीय है, भोजन स्वादिष्ट है और स्थानीय लोगों का व्यवहार अतिथि देवो भव: की भावना को साकार करता है। उन्होंने कहा कि जशपुर जम्बुरी में यह पहल वास्तव में प्रशंसनीय है, जिसने हमारे प्रवास को यादगार बना दिया।
प्रशासन द्वारा तैयार किए गए इन होम स्टे में सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे स्वच्छ कमरे, भोजन, नाश्ता और स्थानीय गाइड की व्यवस्था उपलब्ध है। इससे जशपुर आने वाले पर्यटकों को होटल जैसी सुविधा के साथ ग्रामीण परिवेश का सजीव अनुभव मिल रहा है।
“होम स्टे” पर्यटन की वह अवधारणा है, जिसमें पर्यटक स्थानीय परिवार के साथ रहकर उनकी संस्कृति, परंपराओं और भोजन का अनुभव कर सकते हैं। यह पहल न केवल स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ाने में सहायक है, बल्कि ग्रामीण पर्यटन को भी नई पहचान दे रही है।






