सर्व ब्राम्हण समाज ने राज्य के सबसे वरिष्ठ विधायक रामपुकार सिंह का किया सम्मान, सर्पो के मित्र बबलु तिवारी हुवे सम्मानित
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव--/ सर्व ब्राम्हण समाज के सदस्यों एवं विप्र महिला सदस्यों तथा सर्व युवा ब्राम्हण समाज के पदाधिकारियों ने आज गुरुवार को छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे वरिष्ठ विधायक रामपुकार सिंह के निवास पहुचकर विधायक जी का साल श्रीफल एवं भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी का चित्र भेंट कर सम्मानित किया इस अवसर पर सर्व ब्राम्हण समाज के अनेक महिला पुरुष एवं युवा सदस्य शामिल रहे। इसके साथ ही ब्राम्हण समाज का वह युवा जो 24 घण्टा आम लोगो को सर्प के दंश से बचाने तथा आम जनता से सर्प को बचाने का जनहित, व जन्तु हित का कार्य करने वाले ब्राम्हण पुत्र रमेश तिवारी उर्फ बबलु महाराज का इस नेक कार्य के लिये सर्व ब्राम्हण समाज द्वारा साल श्रीफल एवं भगवान परशुराम जी का चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
सम्मान कार्यक्रम को लेकर सर्व युवा ब्राम्हण समाज एवं परशुराम जन्मोत्सव समिति के अध्यक्ष सौरभ त्रिपाठी एवं युवा समिति के पदाधिकारी अंकित शर्मा, वीरेन्द्र तिवारी, आकाश शर्मा ने बताया कि विधायक रामपुकार सिंह जी एक ऐसे विधायक है जिनके दिल मे सभी समाज के लिये बराबर का जगह है वे किसी भी समाज को छोटा बड़ा नही समझते सभी को बराबर का सम्मान देते है जिसके कायल यहा सभी समाज के लोग हैं,और आज राज्य के सर्वाधिक बार चुने जाने वाले सबसे वरिष्ठ विधायक होने का गौरव पत्थलगांव को प्राप्त है। और हमारे समाज ने विधायक जी को भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव दिवस कार्यक्रम में आमंत्रित किया था किंतु उनके परिवार रिस्तेदारी में कोई घटना घट जाने के कारण वे उक्त कार्यक्रम में शामिल नही हो पाए थे जहा कार्यक्रम में विधायक जी का सम्मान किया जाना था इस कारण आज समाज के सदस्य जिसमे महिला पुरुष व युवा शामिल थे ने विधायक जी के निवास पहुच कर उनका सम्मान किया गया।
श्री त्रिपाठी ने बताया कि इसी प्रकार हमारे सर्व ब्राम्हण समाज के बबलु तिवारी पिछले कई वर्षों से सर्प से इंसान को और इंसान से सर्प को बचाने सर्प को पकड़ कर जंगल मे छोड़ने का नेक कार्य कर रहे है जिसमे उन्होंने अब तक हजारों सर्पो को लोगो के घरों से पकड़ कर जंगल मे छोड़ा है इस नेक कार्य के लिये सर्व ब्राम्हण समाज द्वारा बबलु तिवारी का सम्मान किया गया जो ब्राम्हण समाज के लिये गौरव का विषय है।