पत्थलगांव थाने में पुलिस द्वारा पकड़ी गई संदेहास्पद लकड़ी गाड़ी को सत्यापन में वन विभाग ने 6 लकड़ियां अवैध मिली
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। विगत दिनो पत्थलगांव पुलिस थाने में लकड़ियों से भरी गाड़ी पकड़ी थी। लकड़ी गाड़ी में संदेहास्पद लकड़ियों का होने का अंदेशा जताया था इसके लिए पत्थलगांव थानेदार भास्कर शर्मा ने पत्थलगांव वन विभाग को ट्रक में लोड लकड़ियों के टीपीके मिलान के लिए सत्यापन करने को पत्र लिखा था जिसके बाद आज वन विभाग पत्थलगांव के रेंजर कृपासिंधु पैकरा ने संदेहास्पद लोड लकड़ियों को पुलिस थाने ग्राउंड में हाइड्रा के माध्यम से खाली करवाया गया जिसमें ट्रक के सामने अंदर नीचे हिस्से में टीपी से ज्यादा 6 लकड़ियां शीशम की अवैध रूप से पाई गई जिसका रेंजर द्वारा थाने में ही पंचनामा बनाकर सौंपा गया पत्थलगांव में पूरे क्षेत्र में जिले के साथ लगातार ही अवैध कटाई का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
जिसके लिए वन विभाग के जिले में बैठे उच्चाधिकारी केवल कागजी घोड़े दौड़ते हुए क्षेत्र का भ्रमण करते हैं पूरे क्षेत्र में परमिशन की आड़ में जंगलों के पेड़ भी जोर शोर से कट रहे हैं आज थाने में पकड़ी गई लकड़ी जो उड़ीसा से बलांगीर ले जाई जा रही थी जिसको संदेह के आधार पर पत्थलगांव थाने में खड़ा किया गया था जिसमें से शीशम की अवैध लकड़ी मिली है। अब नागरिकों के मध्य चर्चाएं जोर जोरों पर है कि ट्रक में भरी गई अवैध लकड़ियां कहीं लकड़ी तस्करों ने जंगलों से काट कर तो जंगलों का सफाया करते हुए दूसरे राज्य में ट्रकों के माध्यम से सेमर लकड़ी के नीचे डालकर को तो नहीं ले जाई जा रही थी ।जबकि वन विभाग के अधिकारी टीपी जारी करने के पूर्व पूरे लकड़ियों का सत्यापन के साथ हैमर लगाया जाता है किंतु वन विभाग के अधिकारियों के आंख में धूल झोंक कर लकड़ी तस्करों द्वारा जंगलों की लकड़ियां काटकर अवैध रूप से परमिशन की लकड़ियों के साथ भेजा जा रहा है ।जिस तर्ज पर उड़ीसा राज्य से गांजा तस्करों द्वारा सब्जी बोरियों के नीचे गांजा भर का छत्तीसगढ़ व अन्य प्रदेशों में सप्लाई की जाती है जिसको पुलिस द्वारा गांजा तस्करों की नए-नए तरीके को उजागर करती हैं ।
अब देखना यह है कि लकड़ी से भरी गाड़ी मैं मिलने वाली अवैध शीशम की लकड़ी पर वन विभाग व राजस्व विभाग क्या कार्यवाही करता है?? या यूं ही परमिशन की आड़ में हरे-भरे जंगलों का लकड़ी तस्करों द्वारा रुपयों के दम पर सफाया किया जाता रहेगा यदि समय रहते प्रशासन द्वारा लकड़ी तस्करों पर ठोस कार्यवाही नहीं की गई तो वह दिन दूर नहीं जब जंगल खोजने पर भी नहीं मिलेंगे??