पत्थलगांव सिविल अस्पताल में इन दिनों सर्पदंश के मामले बढ़े, समय पर ईलाज होने से बच सकी जान, बीएमओ ने झाड़ फूक के चक्कर से बचने की दी सलाह
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। जशपुर जिले के पत्थलगांव सिविल अस्पताल में बीते दो चार दिनों के भीतर सर्पदंश के 6 मामले सामने आए हैं, सर्पदंश पीड़ित सभी मरीजों को बचा लिया गया है, बारिश के कारण लगातार सर्पदंश के मामले बढ़ रहे हैं, जिसमें ज्यादातर मामले ग्रामीण इलाकों से आ रहे हैं, ग्रामीण अधिकतर सर्पदंश के बाद झाडफ़ूंक के चक्कर मे रहकर अपनी जान गंवा लेते है। आपको बता दें कि बीते दिनों में धरमजयगढ़, कापू एवं पत्थलगांव के आसपास ग्रामीण इलाकों से 6 सर्पदंश के मामले सामने आए थे जिन्हें उचित समय पर अस्पताल लेकर आने से उनकी जान बचा ली गयी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार लोगों को समझाईस दी जा रही कि सर्पदंश के बाद झाड़ फूंक का सहारा न लेकर सीधे अस्पताल लेकर आएं जिससे उन्हें समय पर एंटी वेनम देकर बचाया जा सके, डॉक्टरों के इस पहल का उचित परिणाम भी देखने को मिल रहा है और ऐसे मामलों में अब पीड़ित और उसके परिजन सीधे अस्पताल की ओर रुख कर रहे हैं जिसके कारण सर्पदंश से पीड़ित मरीजों का मृत्यु दर काफी कम हो चुका है। बीएमओ जेम्स मिंज ने बताया कि अगर किसी को सांप डस ले तो उस स्थान से आगे के हिस्से में कपड़े से बांध दे, तथा व्यक्ति को पानी नहीं पिलाए तथा सोने न दे। नजदीक के अस्पताल में ले जाकर एंटी स्नेक वेनम लगवाएं। झाडू फूंक के चक्कर में कतई न पड़े।