पार्टियों के वादों के बीच फसे नगरवासी इस बार भी उम्मीदों पर फिरा पानी "पत्थलगांव" नहीं बना "जिला" पत्थलगांव वासियों के लिये शर्म की बात ... चुनाव पर पड़ सकता है असर,
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव –हर बार की तरह इस बार भी 15 अगस्त को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पत्थलगांव के लोगों को आस थी कि पत्थलगांव को जिला बनाया जा सकता है। लगातार छलावे का शिकार होती जनता को इस बार भी सीएम पत्थलगांव जिले की सौगात देंगे।लेकिन पत्थलगांव का जिला बनने में नाम नहीं आया तो यहाँ स्थानीय लोगों में एक बार फिर मायूसी देखी जा रही है। जिसका सोशल मीडिया में गुस्सा निकाला जा रहा है।
पत्थलगांव के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग यहाँ को जिला बनाने की है। लगातार चुनावी मुद्दा बनाकर बीजेपी व कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की है।इसके बावजूद पत्थलगांव को जिला बनाने की कवायद किसी के द्वारा नहीं की गई। हर बार की तरह इस बार कांग्रेस की सरकार से लोगों को आस थी कि उनकी मांगों पर स्थानीय विधायक रामपुकार सिंह मुखर होकर सरकार से जिले की मांग को पुरा कराएंगे।ठीक इसके विपरीत सीएम भाषण से पत्थलगांव जिला बनाने का नाम गायब था विदित हो की लगभग आज से डेढ़ दशक पहले कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार पटेल ने कांग्रेस की सरकार बनने पर पत्थलगांव को जिला बनाने का वादा किया था.. लेकिन कांग्रेस की सरकार बने चार साल हो गए ऐसा मुमकिन नहीं हो पाया। ऐसे में एक बार फिर चुनावी वर्ष में ग्रामीणों ने मांग तेज कर दी है।
पत्थलगांव को जिला बनाए जाने की बहुचर्चित मांग पुनः उठने लगी है। छत्तीसगढ़ राज्य के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा इस बार 15 अगस्त की जिला की घोषणा नहीं किये जाने के बाद एक बार फिर लोग एकजुट होने लगे हैं। सोशल मीडिया पर क्षेत्र के लोगों ने एक आवाज में पत्थलगांव को जिला बनाए जाने की मांग तेज़ की है। सभी दल से ऊपर उठकर अब जिले बनाने की मांग पर लोगो की उत्सुक दिखाई दे रही है। ज्ञात हो कि पत्थलगांव को जिला बनाए जाने की मांग दशकों पुरानी मांग है।