पत्थलगांव थानाक्षेत्र के आसपास के गांवों में झूला रथ महोत्सव में सेटिंग कर पूरी रात खुलेआम बेखौफ चल रहा खुड्डखुडिया जुवा का खेल, पुलिस कार्रवाई में उठ रहे कई सवाल, ग्रामीणों में रोष
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। पत्थलगांव थानाक्षेत्र के आसपास के गांवों में सावन झूला रथ महोत्सव में पूरी रात चला रहे खुडखुडिया ,झंडी मुंडी व बावन परी का जुवा।ग्रामीण युवा बिना मेहनत पैसा कमाने की लालच में अपनी मेहनत मजदूरी से कमाये हुवे पैसे को इन जुवा में लूट देते हैं, और बुरी आदत पड़ जाने के बाद जब कही से कोई आमदनी नही होता तो चोरी की तरफ रुख कर लेते है।बताया जाता कि इस खुदड्डखुडिया खेल के लिये उनके दलाल बाहर बाहर से फोन कर जुवाडियो को बुलाते हैं जो पूरी रात इस जुवे के खेल में कोई जीत कर जाता है तो कोई हारकर जाता किन्तु अधिकांश लोग हार कर मुह लटकाये जाते है। सूत्र बताते है कि गांव गांव में आजकल चल रहे झूला रथ दिवस की रात्रि मीडिया व पोर्टल में समाचार आने के बाद भी किसी प्रकार की पुलिसिया कार्यवाही नही होने पर जुवा खेलाने वालो के हौसले और भी बुलन्द हो गये और जुवा प्रेमियों को दूर दूर से फोन कर बुलाया गया और कहा गया कि समाचार छपने के बाद भी हमारा कुछ नही हुवा तो यहा भी कुछ नही होगा सब ऊंचे स्तर तक सेटिंग है..? और बताया जाता है कि गांव में इन दिनों पेट्रोमेक्स की रोशनी पर पूरी रात खुलेआम लाखो रुपये का जुवे का खेल बेखोफ चलता रहा।बताया जाता है कि उच्च स्तरीय सेटिंग के इनके द्वारा बावन परी का जुवा खिलाया जाता है और बकायदा प्रति फड़ प्रति दाव नाल निकाला जाता है और पुलिस कार्यवाही की जिम्मेदारी जुवा फड़ संचालक की होती है।जिस प्रकार गांवों में पूरी रात जुवे का खेल चला रहे है यदि पुलिस प्रशासन कड़ाई कर कार्यवाही की होती तो शायद वहा के ग्रामीणों के पैसे बच सकते थे।
पत्थलगांव में हुई कानून व्यवस्था की बैठक में जुवा शराब गांजा सहित अवैध कार्यो पर कार्यवाही करने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने दिया था आश्वासन
विगत दिवस पत्थलगांव के नगरपंचायत के सभा कक्ष में पुलिस प्रशासन, राजस्व प्रशासन एवं आम नागरिकों की बैठक हुई थी जिसमे नगर सहित क्षेत्र में जुवा शराब ,गांजा के अवैध कारोबार सहित अन्य अवैध कार्यो पर अंकुश लगाने का आश्वासन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कश्यप ने दिया था किंतु सावन झूला रथ महोत्सव में खुलेआम जुवा का खेल होने सम्बंधित समाचार प्रकाशन के बाद भी पुलिस प्रशासन द्वारा खुलेआम जुवा पर प्रतिबंध नही लगाना, कार्यवाही नही करना क्या दर्शाता है, वही इनका मुखदर्शक बनना ग्रामीणों में कई सवाल खड़े होता नजर आ रहा है। बताया जाता है कि वर्तमान में पत्थलगांव,बागबहार, लैलूंगा क्षेत्र के जंगलों में कुछ ऐसे स्पॉट है जहाँ नाल निकाला जाकर जुवे का खेल कराया जाता है जिसमे पड़ोसी जिले के जुवाड़ी भी जुवा खेलने पहुचते है, सभ्य नागरिकों के अनुसार ऐसे जुवे के फड़ की जानकारी कर पुलिस प्रशासन को कार्यवाही कर रोक लगानी चाहिये।।