जमीन दलालों और सम्बंधित अधिकारियों की आखिर क्या होती है सांठगांठ, सम्बंधित अधिकारी भी देते है इनकी इतनी साथ, दर दर भटक रहा पीड़ित परिवार
दो हेक्टेयर भूमि के बदले दो एकड़ जमीन के मामले में जांच शिकायत एक महीने के बावजूद एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाया मामला
पटवारी ने अपनी ही पत्नी के नाम पर करा ली जमीन की रजिस्ट्री
पत्थलगांव। दो हेक्टेयर भूमि के बदले दो एकड़ जमीन के मामले में जांच शिकायत एक महीने के बावजूद एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई है। एसडीएम के नोटिस जारी करने की बात कहने के बाद भी शिकायतकर्ताओं को अब तक नोटिस नहीं मिला है। शिकायतकर्ता महिलाएं अब मुख्यमंत्री के पास जाने की तैयारी कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में धर्मजयगढ़ विकासखंड के ग्राम ससकोबा में दो एकड़ का सौदा कर दो हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री करा लेने का मामला सामने आया है। ग्राम ससकोबा की महिलाओं ने इसे लेकर एसडीएम धर्मजयगढ़ दिगेश पटेल के समक्ष शिकायत की थी। शिकायत में महिलाओं का आरोप है कि दलालों ने उनके परिवार के सदस्य सेे दो एकड़ जमीन का सौदा किया था परंतु रजिस्ट्री कराते समय दो एकड़ की बजाए दो हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री करा ली वहीं सौदे की जमीन की बजाए दूसरी जमीन की रजिस्ट्री कराई गई जो कि सौदे की जमीन से अधिक कीमती थी। उनका कहना है कि उनके परिवार के सदस्य धोबी राम को शराब पिला कर इसे अंजाम दिया गया। उनका कहना है कि दो एकड़ भूमि के स्थान पर दो हेक्टेयर (पांच एकड़) जमीन का रजिस्ट्री करा लेने के बावजूद दलाल के द्वारा उन्हें वहीं रकम दी गई जिसमें दो एकड़ जमीन का सौदा किया गया था। महिलाओं ने पटवारी की पत्नी के नाम पर भी जमीन की रजिस्ट्री करा लेने का आरोप लगाया है। शिकायत में महिलाओं का कहना है कि उक्त भूमि में से खसरा नं 883/3 रकबा 0.040 हे भूमि ग्राम ससकोबा के पटवारी की पत्नी के नाम पर दर्ज है। जबकि वे न तो उसे जानते हैं और न ही उन्होंने कभी भी उन्हें जमीन बेची है। यह देखकर हैरान परेशान महिलाओं का कहना है कि उक्त जानकारी से वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी से मामले की पूरी जांच कराते हुए पैतृक भूमि उन्हें वापस कराए जाने और उनके साथ धोखाधड़ी के मामले में कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है परंतु एक माह के बाद भी कार्यवाही तो दूर मामले में अब तक नोटिस भी जारी नहीं किया गया है। महिलाओं ने बताया कि एसडीएम धर्मजयगढ़ दिगेश पटेल के द्वारा क्रेता और विक्रेता दोनों को नोटिस जारी करने और उन्हें 27 सितंबर को आने को कहा था परंतु आज दिनांक तक उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है। इसे लेकर वे असमंजस में हैं। अब महिलाओं ने इसे लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही है।