छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन

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छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन

छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन 



जशपुर : छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ पंजी.409 के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। इनके द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं के मांगो के संबंध में ध्यानाकर्षण करते हुये पूर्ति हेतु विनम्र आग्रह किया गया है।

छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ पंजी.409 की जशपुर जिलाध्यक्ष कविता यादव के नेतृत्व में सीएम कैंप कार्यालय पहुंचे कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्म पत्नी कौशल्या साय से मुलाकात किया।यहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप अपनी मांगों को रखा।जिलाध्यक्ष कविता यादव ने बताया कि प्रदेश के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका बहनो को विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री पद पर आसिन होने से काफी उम्मीदें है। कुछ प्रमुख मूलभूत समस्याओ की तरफ ध्यानाकर्षण करते हुवे शीघ्र पूरा करने का आग्रह प्रदेश भर की आपकी बहने आप से करती है,जो निम्नानुसार है।

1- विभाग में अल्प मानदेय में 30-35 वर्ष की सेवाएं करने के बाद सेवा निवृत्त होने पर बुढ़ापे के शेष जीवन यापन के लिये कोई भी राशि सामाजिक सुरक्षा के रूप में नहीं मिल रही है जबकी इस समय जीवन यापन के लिये राशि की ज्यादा जरूरत होती है।पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के मुख्यमंत्रीत्व काल में कुछ राहत दी गई जिसमें कार्यकर्ता को 50 हजार और सहायिका को 25 हजार सेवा निवृत्ति पर एक मुस्त राशि स्वीकृत किया गया,आज के महगाई के दौर में यह राशि बहुत ही कम है।

यह अत्यन्त संवेदनशिल विषय है।सामाजिक सुरक्षा के रूप बुढापे के जीवन यापन के लिये अन्य कर्मचारियो की तरह आंगनबाड़ी कार्यकती की सेवा निवृत्ति पर एक मुस्त ग्रेज्युवेटी राशि 8 लाख और मासिक पेशन 8 हजार तथा सहायिकाओं को 5 लाख एवं 5 हजार मासिक पेंशन स्वीकृत करने की कृपा करें।

सरकार यदि चाहे तो अंशदायी पेशन योजना भी लागू कर सकती इसके लिये जो भी राशि निर्धारित करेगी हम सब इसके लिये भी पूर्ण सहमत है।

2-सहायिकाओं को वर्तमान में राज्य और केन्द्र सरकार दोनों से मिलाकर मात्र 5000/- मानदेय प्राप्त हो रहा है जो कि इस मंहगाई के दौर में बहुत कम है। इसको भी कार्यकर्ता के मानदेय के 85 प्रतिशत राशि की वृद्धि कराने की कृपा करेगे।

 हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास भी है कि हमें जीने लायक वेतन,पेशन,ग्रेज्यूटी,बीमा का उपहार देकर हम बहनों को नया जीवन देगें। उक्त मांगों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन के माध्यम से मांग किया गया है। इस अवसर पर प्रतिमा शर्मा,रोपनी भगत,प्रभा यादव  सहित अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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