अम्बिकापुर के सीतापुर एवम बिलासपुर के मुंगेली में एसीबी की दबिश
सीतापुर में बीइओ व मुंगेली में प्राचार्य समेत कई को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाये
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एसीबी की टीम ने सीतापुर BEO ऑफिस में दबिश दी है। इस दौरान टीम ने खंड शिक्षा अधिकारी, बाबू सहित एक शिक्षक को हिरासत में लिया है। शिक्षक से 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिसका सौदा 15 हजार रुपए में हुआ था। वहीं 15 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। शिक्षक की शिकायत के बाद ACB की टीम ने कार्रवाई की है। वहीं इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी मिथलेश सिंह,एक बाबू और शिक्षक से पूछताछ जारी है। आरोपी के विरुद्ध धारा-7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 2 जिलों में बड़ी कार्रवाई की। दोनों कार्रवाई शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों पर हुई है। सरगुजा जिले में BEO समेत 3 लोगों को रिश्वत लेते पकड़ा गया। वहीं मुंगेली में भी प्राचार्य समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पहले केश में ACB टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, सीतापुर ब्लॉक के एक टीचर चमर साय पैकरा गर्ल्स मिडिल स्कूल बोदा, बतौली में पदस्थ थे। उनका तबादला जशपुर जिले में बागबहरा मिडिल स्कूल में हुआ है।
20 हजार रुपए की मांग की, 15 हजार में सौदा
सीतापुर के BEO मिथलेश सिंह सेंगर, लिपिक राजकुमार पैकरा ने जशपुर जिले में तबादले के बाद एलपीसी (अंतिम वेतन विवरण पत्रक) और सेवा पुस्तिका देने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। उनके बीच सौदा 15 हजार रुपए में तय हुआ। रिश्वत एक टीचर अनुराग बरई के जरिए दी जानी थी।
ACB से शिकायत, रंगे हाथों पकड़ाए
शिक्षक ने इसकी शिकायत ACB कार्यालय अंबिकापुर में की। फोन कॉल से रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने पर अंबिकापुर ACB के DSP प्रमोद कुमार खेस की टीम शुक्रवार को एक्शन लेने सीतापुर पहुंची।
योजना के मुताबिक, केमिकल लगे 15 हजार रुपए के नोट को शिक्षक ने बीईओ कार्यालय में दिए। ACB की टीम ने छापा मारकर BEO मिथलेश सिंह सेंगर, लिपिक राजकुमार पैकरा और शिक्षक अनुराग बराई को धर दबोचा।
दूसरे केश में बिलासपुर ACB ने मुंगेली के एक प्राचार्य और बाबू को रिश्वत लेते पकड़ा है। दरअसल, बिलासपुर के रहने वाले ईश्वर लाल भारती ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की थी। ईश्वर लाल ने बताया कि उसने, शासकीय माध्यमिक शाला जरहागांव मुंगेली से रिटायरमेंट ली थी। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद जीपीएफ, पेंशन और ग्रेच्यूटी राशि का बिल निकलवाने के लिए डीडीओ के पास गए थे। पदमपुर स्कूल मुंगेली में डीडीओ सह प्राचार्य मालिक राम मेहर और बाबू हनी शर्मा ने बिल के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी।
पीड़ित ने पैसे दिए, लेकिन फिर आरोपियों ने और 10 हजार रुपए की मांग की। परेशान होकर पीड़ित ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया और उन्हें पकड़वाने का फैसला किया। 8 हजार रुपए की रिश्वत पर सहमति बनी। फिर 10 जनवरी को एंटी करप्शन टीम ने मालिक राम मेहर और हनी शर्मा को 8 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।