छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले का एक गांव जहां बिजली की रोशनी के लिए तरस रहे ग्रामीण

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छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले का एक गांव जहां बिजली की रोशनी के लिए तरस रहे ग्रामीण

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले का एक गांव जहां बिजली की रोशनी के लिए तरस रहे ग्रामीण

आजादी के 77 साल बाद भी इस गांव में नही है बिजली, ढिबरी युग में जीने को मजबूर ग्रामीण... पढ़ें पूरी खबर 








जशपुर : आज एक ओर जहां इंसान मंगल ग्रह पर पहुंचने के दावे कर रहा है, वहीं छत्तीसगढ़ के जशपुर  का एक गांव बिजली की रोशनी के लिए तरस रहा है । ब्लॉक मुख्यालय फरसाबहार से 9  किलोमीटर दूर स्थित ग्राम- पंचायत बाम्हनमारा  के मसरीटोली में आजादी के 77 साल बाद भी बिजली नहीं पहुंची ।  

 जमुना मसरीघाट में आज तक नहीं पहुंची बिजली 

पढ़ाई के लिए ढिबरी और खेती के लिए मौसम पर निर्भर हैं, यहां के लोग

बिजली के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर  ग्रामीण थक गए हैं 

 आज कोई भी व्यक्ति बिजली के बगैर जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकता है, लेकिन जशपुर में एक गांव ऐसा है जहां लोग आज भी अंधेरे में जीने को मजबूर हैं। ब्लॉक मुख्यालय फरस बहार  से महज नौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस ग्राम पंचायत - बाम्हनमारा गांव के मसरीटोला में आजादी के बाद से आज तक बिजली का खम्भा लगा तो है पर बिजली नहीं पहुंच पाई है । आजादी के 77 साल बाद भी यहां के ग्रामीण बिजली जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी इनकी सुनने वाला कोई नहीं है। वहीं, मीडिया की दखल के बाद अब संबंधित अधिकारी जल्द ही गांव में बिजली पहुंचाने का दावा कर रहे हैं। 77 साल में नहीं पहुंची बिजली

 जिले में पंचायत -  बाम्हनमारा  मसरीटोली गांव के  दर्जनों  ग्रामीण परिवार  निवास करते हैं, लेकिन वे आज भी ढिबरी युग में जीने को मजबूर हैं। आजादी के 77 साल बाद भी इस गांव में बिजली की रोशनी नहीं पहुंची है। इसके चलते ग्रामीणों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बिजली नहीं होने की वजह से बच्चों को पढ़ाई की समस्या होती है। वहीं, किसान भी खेती के लिए पूरी तरह से मौसम पर ही निर्भर हैं। इतना ही नहीं, यह गांव जंगल के नजदीक स्थित है जिसकी वजह से ग्रामीणों को हाथी सहित जंगली जानवरों का भी मुकाबला करना पड़ता है। ग्रामीणों के अनुसार बिजली ना होने की वजह से रात के समय कई बार लोग हाथी एवं  सर्पदंश का शिकार हो जाते हैं। इसके चलते कई लोगों की जान भी जा चुकी है।

पढ़िए क्या कहते हैं जनपद सदस्य : 

➡️ चुनाव के समय मैंने इस क्षेत्र में  डोर टू डोर जनसम्पर्क कि है जिसमे मोह्हले के लोगों ने मुझे बिजली कि समस्या को लेकर अवगत कराई जिसमे मैंने विधिवत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लिखित रुप से ज्ञापन शौप क़र जल्द मोह्हले में बिजली लगवाने कि बात कही।

 श्रीमति - दुर्गावती नायक 

जनपद सदस्य तपकरा /बाम्हनमारा

पढ़िए क्या कहते हैं ग्रामीण  : 

" आज आजादी के 77 साल हो गए पर हमारे गाँव को हमेशा सौतेले नजर से देखा गया है। कितने बार हमलोग पूर्व में मंत्री, विधायक जनप्रतिनिधि सबके साथ मिल के ज्ञापन दिए पर आज तक कही सुनवाई नहीं हो सका।

 (निर्मल तिग्गा ग्रामीण )

" बाम्हनमारा के जमुना मसरीटोली वार्ड नम्बर 11 में दर्जन भर घर है जिसमे लगभग 35-40 लोग हैं आज तक यहाँ कोई नेता झाकने नहीं आया  यहाँ खानापूर्ति के लिए बिजली का खम्भा लगभग वर्ष 2021 में लगाया गया पर आज तक उसमे तार डाल के बिजली सप्लाई नहीं हो सका जो कि काफ़ी दुःखद है 

 (विरस्यूस एक्का ग्रामीण)

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