मुख्य सचिव अमिताभ जैन आज 30 जून को हो रहे सेवानिवृत्त, मंत्रालय में दोपहर 12 बजे से होगी कैबिनेट की बैठक, हो सकता है नए मुख्य सचिव के नाम का ऐलान
बैठक के बाद मुख्य सचिव अमिताभ जैन को दी जाएगी विदाई, सरकार प्रशासनिक दक्षता और ईमानदारी को यादगार तरीके से करेगी सम्मानित
रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज सोमवार को मंत्रालय में दोपहर 12 बजे से कैबिनेट की बैठक होगी। यह बैठक कई मायने में काफी महत्वपूर्ण होगी। बैठक के बाद मुख्य सचिव अमिताभ जैन को विदाई दी जा सकती है। इसके साथ ही नए मुख्य सचिव के नाम का ऐलान हो सकता है।
दरअसल, मुख्य सचिव जैन 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कैबिनेट की बैठक में खाद की कमी को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर भी बैठक में चर्चा हो सकती है। इस बार विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इसमें राज्य सरकार अपना दूसरा अनुपूरक बजट भी पेश करने वाली है। इसके साथ ही बजट में की गई एक-दो घोषणाओं को भी बैठक में मंजूरी मिल सकती है।
सीएम और राज्यपाल की मुलाकात चर्चा
कैबिनेट की बैठक से एक दिन पहले शनिवार को मुख्यमंत्री राजभवन पहुंचे और राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात की। इसे सौजन्य भेंट गया है। साथ ही इस दौरान राज्यपाल और सीएम के बीच प्रदेश हित से जुड़े विषयों पर चर्चा भी हुई है। यह मुलाकात काफी चर्चा में है। दरअसल, छत्तीसगढ़ में कैबिनेट के विस्तार के साथ ही मुख्य सचिव की नियुक्ति भी होनी है।
यह पहला मौका नहीं है जब कैबिनेट बैठक में मुख्य सचिव को विदाई दी जा रही है। इससे पहले फरवरी 2014 में डॉ. रमन सिंह की सरकार के दौरान तत्कालीन मुख्य सचिव सुनील कुमार को भी ऐसी ही एक कैबिनेट बैठक में विदाई दी गई थी। उनके कार्यकाल की सराहना करते हुए उन्हें भावभीनी विदाई दी गई थी। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री साय की सरकार अमिताभ जैन के योगदान, प्रशासनिक दक्षता और ईमानदारी को यादगार तरीके से सम्मानित करेगी।
उनके रिटायरमेंट के बाद राज्य का अगला मुख्य सचिव कौन होगा इसे लेकर अटकलों का दौर तेज हो गया है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि नए मुख्य सचिव के लिए रायपुर से दिल्ली तक मंथन चल रहा है। छत्तीसगढ़ कैडर के कई आईएएस अधिकारी इस मुख्य सचिव बनने की रेस में हैं। हालांकि इस रेस में एक नाम ऐसा भी हो जो सबसे चौंका सकता है।
सूत्रों के अनुसार, आईएएस अधिकारी मनोज पिंगुआ शुक्रवार को दिल्ली दौरे पर थे। यहां उन्होंने पीएमओ के कुछ अफसरों से मुलाकात की है। वहीं, अमित अग्रवाल के भी मुख्य सचिव बनने की अटकलें लगाई जा रही हैं। अमित अग्रवाल फिलहाल दिल्ली में 22 दिसंबर 2016 से प्रतिनियुक्ति पर हैं। वे पीएमओ में भी रह चुके हैं।
मुख्य सचिव बनने की रेस में सुब्रत साहू का नाम भी सामने आ रहा है। वह 1992 बैच के आईएएस। रेणु पिल्ले के बाद सबसे सीनियर आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान समय में सहकारिता और धार्मिक न्यास के एसीएस हैं। उनकी गिनती तेजतर्रार अधिकारियों में होती है। हालांकि वह भूपेश बघेल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री के सचिव रहे। माना जा रहा है कि इस वदह से उनके नाम पर कुछ नेता असहमति जता सकते है।
अमित अग्रवाल की गिनती राज्य के तेजतर्रार अधिकारियों में होती है। वह 1993 बैच के आईएएस हैं। फिलहाल वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। पीएमओ में काम करने का अनुभव। मौजूदा समय में दिल्ली में औषधि विभाग के सचिव हैं। उनकी वर्किंग स्टाइल के बारे में कहा जाता है कि पीएमओ के कई बड़े अधिकारी उनके काम के कायल हैं। हालांकि वह प्रदेश के भौगोलिक और प्रशासनिक स्थिति से लंबे समय से दूर हैं।
रेस में सबसे चौंकाने वाला नाम मनोज पिंगुआ का है। वह 1994 बैच के आईएएस हैं। क्षेत्र में उनकी साफ-सुथरी छवि है। वे बहुत ही शांत प्रशासनिक अधिकारी माने जाते हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय की पहली पसंद बताए जा रही हैं।
अमिताभ जैन वरिष्ठ आईएएस हैं और रायपुर जिले के कलेक्टर से लेकर मुख्य सचिव के पद पर पहुंचे है। इस बीच उन्होंने कई वरिष्ठ पदों पर अपने दायित्वों का निर्वहन सफलता पूर्वक किया है। यही नहीं, वे साफ-सुथरी छवि वाले एक कर्मठ अधिकारी भी माने जाते हैं। श्री जैन 30 नवंबर 2020 से मुख्य सचिव के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। अब उनका सेवाकाल समाप्त होने का है। इस बीच राज्य में नए मुख्य सचिव की नियुक्त को लेकर अटकलें और चर्चाएं तेज हो रही हैं।