छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर 1 नवंबर को सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए अवकाश घोषित

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छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर 1 नवंबर को सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए अवकाश घोषित

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर 1 नवंबर को सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए अवकाश घोषित

इस दिन डिजिटल ट्राइबल म्यूजियम का पीएम मोदी देंगे सौगात




रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर 1 नवंबर को सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश के अनुसार अवकाश बैंक / कोषालय / उप कोषालय एवं अन्य वित्तीय संस्थान के लिए लागू नहीं किया गया है। जीएडी के आदेश में उल्लेख किया गया है कि यह अवकाश स्थानीय/सामान्य अवकाश के रूप में लागू होगा। राज्य स्थापना दिवस पर राजधानी रायपुर सहित सभी जिलों में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

गौरतलब है कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ अपना 25वां स्थापना दिवस मना रहा है, जिसे रजत जयंती वर्ष के रूप में पूरे राज्य में विशेष उत्सवों के साथ मनाया जा रहा है। सरकार ने स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर छात्रों को राज्योत्सव समारोहों में भाग लेने और प्रदेश की संस्कृति और गौरव से जुड़ने का अवसर देने की बात कही है।

1 नवंबर छत्तीसगढ़ के इतिहास का स्वर्णिम दिन है, क्योंकि वर्ष 2000 में इसी दिन राज्य का गठन हुआ था। इस वर्ष छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना की 25वीं वर्षगांठ (रजत जयंती वर्ष) मना रहा है। राज्य सरकार ने इस मौके पर प्रदेशभर में विशेष राज्योत्सव समारोहों के आयोजन की तैयारी पूरी कर ली है। राजधानी रायपुर से लेकर सभी जिलों में सांस्कृतिक, शैक्षणिक और विकासपरक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें प्रदेश की गौरवशाली संस्कृति, परंपराएं और उपलब्धियों का प्रदर्शन होगा।

डिजिटल ट्राइबल म्यूजियम की पीएम मोदी देंगे सौगात

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह संग्रहालय प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना का परिणाम है, जो छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज की वीरता, बलिदान और गौरवगाथा को नई पीढ़ी के सामने जीवंत रूप में प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय न केवल आदिवासी समाज के लिए, बल्कि पूरे देश और विदेश के आगंतुकों के लिए भी प्रेरणादायी स्थल बनेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस जीवंत संग्रहालय में आधुनिक तकनीक, वीएफएक्स और डिजिटल प्रोजेक्शन वर्क का उपयोग किया जा रहा है, जिससे आगंतुकों को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुए आदिवासी विद्रोहों का यथार्थ अनुभव प्राप्त होगा। प्रत्येक गैलरी में मोबाइल स्कैनर के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की जा रही है।


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