दुष्कर्म का फरार आरोपी को जशपुर पुलिस ने झारसुगुड़ा से दबोचकर लाया
दुष्कर्म करने से विधवा गर्भवती हो गई थी, आरोपी ने दवाई खिलाकर गर्भपात करा दिया था
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि थाना फरसाबहार क्षेत्र की एक ग्राम कि प्रार्थीया उम्र 37 साल ने दिनांक 25.11.2024 को थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि, इसके इसके पति जब जिंदा थे उस समय इसके पति से पड़ोस गांव के रहने वाले सूरज चौधरी का अच्छा दोस्ती था हमेशा इसके घर आना-जाना करता रहता था इसके पति का 01 मार्च 2023 को मृत्यु हो गया पति के मृत्यु होने के बाद सूरज चौधरी आना-जाना करता रहता था। दिनांक 25.03.2024 को 02.00 बजे दिन में इसके घर सूरज चौधरी आया इसके सास, ससुर घर में नहीं थे, बेटी भी अपने सहेली के पास गई थी, इसका 13 वर्ष का लड़का विकलांग है बोल चाल नहीं कर पाता है घर में था यह अकेली अपने रूम में बैठी थी, सूरज चौधरी अकेली देखकर झांसा देकर दुष्कर्म किया। दुष्कर्म करने के बाद बोला तुमसे शादी कर पत्नी बनाकर रखूंगा एवं बच्चे को भी अपना लुंगा बोलकर रात में साथ में रुका इस दौरान भी दुष्कर्म किया। इसके बाद सूरज चौधरी के द्वारा बीच-बीच में लगातार दुष्कर्म करने से प्रार्थिया गर्भवती हो गई, इसकी जानकारी सूरज चौधरी को देने पर वह मेडिकल दुकान से दवाई लाकर प्रार्थिया को खिला दिया जिससे उसका गर्भपात हो गया। सूरज चौधरी गर्भपात होने के बाद भी दिनांक 15.08.2024 को जबरन दुष्कर्म किया है। उक्त रिपोर्ट पर आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचनाक्रम में पीड़िता का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है एवं प्रकरण के आरोपी घटना घटित कर गिरफ्तारी की डर से फरार था।
आरोपी की पतासाजी हेतु पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में थाना प्रभारी फरसाबहार उप निरीक्षक विवेक भगत के नेतृत्व में टीम गठित किया गया था, एवं साइबर सेल को सम्मिलित किया गया था। प्रकरण के आरोपी सूरज चौधरी का मुखबिर एवं सायबर सेल से लोकेशन के आधार पर झारसुगड़ा (उड़ीसा) में पता चलने पर तत्काल टीम जाकर दबिश देकर उसे अभिरक्षा में लेकर आई। आरोपी को घटना के संबंध में बारिकी से पूछताछ करने पर घटना घटित करना जुर्म स्वीकार करने पर दिनांक 02.12.2024 को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी फरसाबहार उप निरीक्षक विवेक कुमार भगत, सुरजन राम पोर्ते, आर. 545 निरज तिर्की, आर. 227 सुभाषचन्द्र बोस एवं महिला आर. 777 पुष्पा पैंकरा, 724 बिरजिनिया टोप्पो का महत्वपूर्ण योगदान है।